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उन्नाव: कैंची क्रासिंग के बीच ईंट-गिट्टी भरकर ट्रेन डिरेल करने की कोशिश, मचा हड़कंप

लखनऊ-कानपुर रेलवे रूट पर एक बार फिर ट्रेन डिरेल करने की कोशिश की गई. यहां गंगाघाट स्टेशन के पास कैंची क्रासिंग के बीच अराजक तत्वों ने ईंट और गिट्टी के टुकड़े भर दिए.

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Published : Nov 2, 2019, 11:13 AM IST

उन्नाव: गंगाघाट स्टेशन के आस-पास कई बार ट्रेन डिरेल करने की साजिश रची जा चुकी है. इसके बावजूद रेलवे पुलिस इस ओर ध्यान नहीं दे रही है. एक बार फिर कानपुर-लखनऊ रेल रूट की डाउन लाइन पर ऋषि नगर केबिन के पास अराजकतत्वों ने ट्रैक की कैंची में ईंट पत्थर डाल दिए, जिससे बड़ा हादसा हो सकता था. समय रहते गैंगमैन की नजर पड़ गई, जिससे ट्रेन डिरेल करने की साजिश नाकाम हो गई. मामले की जानकारी कंट्रोल रूम को दी गई है.

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कैंची क्रासिंग के बीच डाली ईंट और गिट्टी.

गंगाघाट स्टेशन के पास 12 मार्च 2017 को आम्रपॉली एक्सप्रेस के सामने ट्रैक पर पटरी के टुकड़े डालकर ट्रेन डिरेल करने की साजिश रची गई थी. इसके बाद 26 अगस्त 2018 को रश्मिलोक के सामने पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन के आगे बाइक डाल कर ट्रेन डिरेल करने की साजिश हुई थी. वहीं गुरूवार को ऋषि नगर केबिन के पास डाउनलाइन पर अराजक तत्वों ने ट्रेन डिरेल करने की साजिश रची.

इसे भी पढ़ें- अमरोहा: सिपाही की आत्महत्या को परिजनों ने बताया हत्या, पुलिस ने की पिटाई

कैंची क्रासिंग के बीच ईंट के टुकड़े और गिट्टी भर दी. दरअसल कैंची क्रासिंग से ही ट्रैक बदले जाते हैं. इस बीच यदि कोई ट्रेन निकलती, तो ट्रेन डिरेल होने का खतरा हो सकता था. ये तो गनीमत रही कि रेलवेकर्मियों की नजर कैंची क्रासिंग के बीच पड़े ईंट और गिट्टियों पर पड़ गई, जिसके बाद उसने अधिकारियों को अवगत कराया और कैंची में पड़े टुकड़े हटवाए. सूचना मिलने पर आरपीएफ ने मौके पर जाकर जांच पड़ताल की.

उन्नाव: गंगाघाट स्टेशन के आस-पास कई बार ट्रेन डिरेल करने की साजिश रची जा चुकी है. इसके बावजूद रेलवे पुलिस इस ओर ध्यान नहीं दे रही है. एक बार फिर कानपुर-लखनऊ रेल रूट की डाउन लाइन पर ऋषि नगर केबिन के पास अराजकतत्वों ने ट्रैक की कैंची में ईंट पत्थर डाल दिए, जिससे बड़ा हादसा हो सकता था. समय रहते गैंगमैन की नजर पड़ गई, जिससे ट्रेन डिरेल करने की साजिश नाकाम हो गई. मामले की जानकारी कंट्रोल रूम को दी गई है.

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कैंची क्रासिंग के बीच डाली ईंट और गिट्टी.

गंगाघाट स्टेशन के पास 12 मार्च 2017 को आम्रपॉली एक्सप्रेस के सामने ट्रैक पर पटरी के टुकड़े डालकर ट्रेन डिरेल करने की साजिश रची गई थी. इसके बाद 26 अगस्त 2018 को रश्मिलोक के सामने पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन के आगे बाइक डाल कर ट्रेन डिरेल करने की साजिश हुई थी. वहीं गुरूवार को ऋषि नगर केबिन के पास डाउनलाइन पर अराजक तत्वों ने ट्रेन डिरेल करने की साजिश रची.

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कैंची क्रासिंग के बीच ईंट के टुकड़े और गिट्टी भर दी. दरअसल कैंची क्रासिंग से ही ट्रैक बदले जाते हैं. इस बीच यदि कोई ट्रेन निकलती, तो ट्रेन डिरेल होने का खतरा हो सकता था. ये तो गनीमत रही कि रेलवेकर्मियों की नजर कैंची क्रासिंग के बीच पड़े ईंट और गिट्टियों पर पड़ गई, जिसके बाद उसने अधिकारियों को अवगत कराया और कैंची में पड़े टुकड़े हटवाए. सूचना मिलने पर आरपीएफ ने मौके पर जाकर जांच पड़ताल की.

Intro:
गंगाघाट स्टेशन के आस पास कई बार ट्रेन डिरले करने की साजिश रची जा चुकी है। इसके बावजूद रेलवे पुलिस इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। जिस कारण एक बार फिर कानपुर लखनऊ रेल रूट के डाउन लाइन पर ऋषि नगर केबिन के पास अराजकतत्वों ने ट्रैक की कैंची में ईंट पत्थर डाल दिए। जिससे बड़ा हादसा हो सकता था। समय रहते गैंगमैन की नजर पड़ गई। जिससे साजिश नाकाम हो गई। Body:मामले की जानकारी कंट्रोल को दी गई। जिससे रेलवे विभाग में हड़कंप मच गया।
गंगाघाट स्टेशन के पास 12 मार्च 2017 को आम्रपॉली एक्सप्रेस के सामने ट्रैक पर पटरी के टुकड़े डाल कर ट्रेन डिरेल करने की साजिश रची गई थी। जिसके बाद 26 अगस्त 2018 को रश्मिलोक के सामने पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन के आगे पर बाइक डाल कर ट्रेन डिरेल करने की साजिश हुई थी। जिसके बाद गुरूवार को ऋषि नगर केबिन के पास डाउन लाइन पर खंभा नंगर 66/26, 66/28 के बीच अराजकतत्वों ने ट्रेन डिरेल करने की साजिश रची। कैंची क्रासिंग के बीच ईंट के टुकड़े और गिट्टा भर दी। कैंची क्रासिंग से ही ट्रैक बदले जाते हैं। इस बीच यदि कोई ट्रेन निकलती तो डिरेल होने का खतरा हो सकता था। इस बीच पेट्रोल मैन की नजर कैंची क्रासिंग के बीच पड़े ईंट और गिट्टियां देखी तो उसके होश उड़ गए। उसने अधिकारियों को अवगत कराया और कैंची में पड़े टुकड़े हटाए। आरपीएफ को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर जाकर जांच पड़ताल की। वहीं कंट्रोल को सूचना दी गई। जिससे रेलवे विभाग में हड़कंप मच गया।Conclusion:
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