उन्नाव: भाजपा सांसद साक्षी महाराज को सोमवार को पाकिस्तान से धमकी भरा फोन आया. फोन पर साक्षी महाराज को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. धमकी आने के बाद साक्षी महाराज ने कहा कि वह काफी भयभीत हैं, इसी वजह से उन्होंने उन्नाव आना कम कर दिया है. उनका कहना है कि उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी यूपी सरकार की बनती है, लेकिन अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही रहा तो मैं काम नहीं कर पाऊंगा. उन्नाव की बजाए अपने दिल्ली के ही आवास में बंद रहूंगा.
'मैंने उन्नाव आना कम कर दिया'
मैंने इस बात की सारी सूचना उन्नाव के डीएम को दे दी थी. मैं बहुत भयभीत हो गया, इसी वजह से उन्नाव आना कम कर दिया. मैंने अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी जी को फोनकर इस बात की सूचना दी है. जल्द ही एफआईआर दर्ज कराउंगा. पत्रकार बंधुओं को धन्यवाद करता हूं कि आपने मेरी बात को उठाया. साक्षी महाराज ने कहा कि जब मोहम्मद गफ्फार को पकड़ा गया तो मैंने सभी को पत्र लिखा. मेरे पत्र के जवाब में सिर्फ अमित शाह का जवाब और पत्र आया. लेकिन और किसी का जवाब या पत्र नहीं आया.
'सुरक्षा में बरती जा रही कोताही'
साक्षी महाराज ने कहा कि ऐसे मामलों में सरकार को संवेदनशील होना चाहिए. भाजपा एक परिवार है, प्रदेश में भाजपा सरकार है. मेरी जान-माल की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी यूपी सरकार की बनती है. साक्षी महाराज ने कहा कि एटीएस ने मुझसे कहा कि हमने आतंकी को पकड़ा भी है. इसके बाद भी आपकी सुरक्षा में कोताही मेरी समझ के परे है. जिसके बाद से यह सब मेरे लिए चिंता का विषय है. मैं उन्नाव से दिल्ली चला जाऊंगा. साक्षी महाराज ने कहा कि धमकी भरी कॉल के बाद मैं दिल्ली से निकलता ही नहीं हूं. मैं वहां खुद को सेफ समझता हूं.
'मेरी सुरक्षा की दुआ करें'
मैंने सरकार को भी और जिला प्रशासन को भी बता दिया है. साक्षी महाराज ने कहा कि इस असुरक्षा के माहौल में तो मैं काम नहीं कर पाऊंगा. मैं दिल्ली के आवास में खुद को बंद रखूंगा. साक्षी महाराज ने कहा कि मैं सरकार से चाहूंगा कि मेरी सुरक्षा को सुनिश्चित करें. साक्षी महाराज ने कहा कि आप सब दुआ करें कि मैं सुरक्षित रहूं. साक्षी महाराज के इस बयान ने पुलिस और सरकार पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं.