उन्नाव: आवारा गोवंश को खेत में घुसने से बचाने के लिए जिले में 104 अस्थाई गौशाला का निर्माण कराया जा रहा है. इसमें एक करोड़ का बजट आवंटित किया गया है. सभी बीडीओ को भूमि चिन्हित कर गौशाला बनवाने के निर्देश दिए गए हैं. जानवरों के पालन की पूरी जिम्मेदारी ब्लॉक कर्मियों पर दी गई है.
आवारा गोवंश इन दिनों किसानों के खेत के दुश्मन बने हुए हैं. इसी वजह से परेशान किसान आवारा मवेशियों को स्कूल य अन्य किसी जगह कैद कर रहे हैं,. जबकि शासन ने गो वंशीय जानवरों के लिए स्थाई गौशाला के निर्माण का आदेश दिया है. जिले में इस आदेश के तहत 16 ब्लॉकों में 104 गौशाला का निर्माण होना है. वहीं हालत यह है कि 20 फीसद भी गौशाला का निर्माण नहीं हो सका है.
भूमि चिन्हित करने के लिए पशुपालन विभाग ने ब्लॉक के बीडीओ को निर्देश दिए हैं. अब जमीन और जानवरों के पालन की पूरी जिम्मेदारी ब्लॉक के अधिकारियों पर है. गौशाला में छाया के लिए छप्पर और लकड़ी की चहारदीवारी बनाई जाएगी. साथ ही दूसरी अन्य व्यवस्था करने के लिए हर एक मवेशी के लिए ₹30 चारे के लिए खर्च किए जाएंगे. बीघापुर में अस्थाई गौशाला का निर्माण हो रहा है.