लखनऊ : यूपी में पांचवें चरण का वैक्सीनेशन एक मई से शुरू हो गया है. 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को पंजीकरण के लिए अनुमति मिलते ही पोर्टल पर लोड एकाएक बढ़ गया. ऐसे में दूसरे दिन भी बार-बार नेटवर्क हैंग होता रहा और लोग घंटों पंजीकरण के लिए जूझते रहे. बता दें कि सरकार ने पांचवें चरण के वैक्सिनेशन के लिए एक करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर भेजा है.
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पोर्टल पर बढ़ा लोड
राज्य में जनवरी से कोरोना का वैक्सीनेशन शुरू हुआ था. सरकार ने पहले हेल्थ वर्करों के टीकाकरण का फैसला किया. इसके बाद फ्रंट लाइन वर्करों का वैक्सीनेशन शुरू किया गया था. बाद में 60 साल से ऊपर, 45 साल से अधिक के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू किया गया. शनिवार से पांचवें चरण में 18 वर्ष के ऊपर के लोगों का टीकाकरण शुरू हो गया. इनकी तादाद करीब 9 करोड़ है.
बुधवार से वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू किया गया था. गुरुवार को भी लोगों को पोर्टल पर समस्याओं का सामना करना पड़ा. पंजीकरण के लिए पोर्टल पर मोबाइल नंबर डालने पर 180 सेकेंड के अंदर ओटीपी वेरिफिकेशन के लिए भरना है. लेकिन, इस दौरान बार-बार पोर्टल हैंग होने पर अभ्यर्थियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
ये वैक्सीन जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, सीएचसी में सप्ताह में 6 कार्य दिवसों में लगाई जा रही है. राजकीय और अन्य अवकाश पड़ने पर भी वैक्सीनेशन का काम बंद नहीं होगा. पीएचसी, हेल्थ वेलनेस सेंटर पर भी वैक्सीन लगाई जा रही है. अब तक एक करोड़ 21 लाख 97 हजार के करीब लोगों को वैक्सीन लगाई गई है. सरकार ने पांचवें चरण के वैक्सीन के लिए एक करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर भेजा है.
वैक्सीनेशन के लिए ये हैं नियम
- सभी मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय और सीएचसी पर सोमवार से शनिवार तक होगा वैक्सीनेशन
- रविवार को छुट्टी, राजकीय अवकाश के दिन भी लगेगी वैक्सीन
- पीएचसी-हेल्थ वेलनेस सेंटर पर सोमवार, गुरुवार और शुक्रवार को होगा वैक्सीनेशन
- कोविन पोर्टल http://cowin.gov.in पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और सेंटर पर ऑफलाइन पंजीकरण
- दो तरह की वैक्सीन हैं, पहली का नाम है को-वैक्सीन, दूसरी नाम है कोविड-शील्ड
- जिन लोगों ने को-वैक्सीन लगवाई है, उनको दूसरी डोज 4 सप्ताह के बाद लगेगी
- कोविड शील्ड लगवाने वालों को दूसरी वैक्सीन 6 से 8 सप्ताह के बीच लगेगी
- वर्तमान में राज्य के 6,675 केंद्रों पर वैक्सीन लगने की है व्यवस्था