उन्नाव: जिले में केजेबी स्कूलों के स्टाफ के शैक्षिक अभिलेख, निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज का सत्यापन कार्य सिलसिला शुरू हो गया है. इन अभिलेखों का सत्यापन कराकर फर्जी और असली स्टाफ का डाटा अपडेट किया जाएगा. बीएसए ने शासन के निर्देश पर सत्यापन शुरू किया है, जिसकी जिम्मेदारी बीईओ को दी है. अनामिका कांड के बाद शुरू हुई जांच से शिक्षा विभाग में अफरा-तफरी का माहौल बना है.
उन्नाव में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 13 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित हो रहे हैं. 'अनामिका शुक्ला कांड' के बाद प्रदेश के केजेबी विद्यालयों के स्टाफ की जांच शुरू हो गई हैं. मंगलवार को शासन के निर्देश पर उन्नाव बीएसए ने कैम्प लगाकर केजेबी स्टाफ की वार्डेन, फुल टाइम टीचर, पार्ट टाइम टीचर्स, रसोईया, गार्ड, अकाउंटेंट के दस्तावेज लिए गए हैं. दस्तावेज में 10 वीं, 12 वीं, ग्रेजुएशन शैक्षणिक अभिलेख, निवास प्रमाण पत्र और आधार कार्ड के दो-दो सेट में कागजी अभिलेख जमा किए गए हैं.
बीईओ की टीम ने अभिलेखों की गहन जांच-पड़ताल कर जमा किए हैं. अभिलेखों का सत्यापन कर रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी. बीएसए ने बताया कि कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय स्टाफ सदस्यों के अभिलेखों का सत्यापन किया जा रहा है. तीन दिन तक सत्यापन कार्य चलेगा, जिसका रिकॉर्ड तैयार कर जांच की जाएगी कि कोई फर्जी तरीके से नौकरी तो नहीं कर रहा है. सत्यापन रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी.