लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव और अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य को कानपुर नगर, झांसी, प्रयागराज और मिर्जापुर मंडलों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की मौके पर जाकर समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि समीक्षा बैठक मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य केंद्र में ही की जाए. इन मंडलों के जिलों में तैनात नोडल अधिकारी पांच दिन तक वहां रुककर समीक्षा करेंगे. संक्रमण की रोकथाम के लिए किए जा रहे उपायों को प्रभावी तरीके से लागू कराएंगे.
मुख्यमंत्री ने अनलॉक व्यवस्था के दौरान कहा कि मुख्य सचिव और अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य नजर रखें. कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, डोर-टू-डोर सर्वे, संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध पाए गए लोगों का रैपिड एंटीजन टेस्ट, एल-1, एल-2 एवं एल-3 कोविड-19 अस्पताल में बेड की संख्या, एल-1 कोविड अस्पताल में कुछ बेड पर ऑक्सीजन, एल-2 कोविड अस्पताल के प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन और कुछ बेड पर वेंटिलेटर, मेडिकल कॉलेजों समेत सभी अस्पतालों में डॉक्टर के राउंड लेने होम आइसोलेशन और पेड आइसोलेशन व्यवस्था की समीक्षा करें. समीक्षा बैठकों की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को उपलब्ध कराई जाए.
समीक्षा बैठक में निर्देशित बिंदुओं पर कार्य योजना भी तैयार की जाए. संबंधित मंडल आयुक्त द्वारा अपने मंडल के प्रत्येक जिले में इस कार्य योजना को लागू कराया जाए. मुख्यमंत्री ने इन मंडलों में जिलावार तैनात नोडल अधिकारियों को अपने प्रभार वाले जिले में पांच दिन कैंप करने करके इन व्यवस्थाओं को प्रभावी ढंग से लागू कराने के निर्देश दिए हैं. नोडल अफसर शनिवार और रविवार को चलाए जा रहे स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन अभियान की भी समीक्षा करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोविड-19 के उपचार की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए कार्यों का नियोजन किया जाए. प्रत्येक उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी जाए. इस व्यवस्था की प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जाए. कार्य करने के साथ-साथ डाटा फीडिंग में किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जानी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीज को तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जाए. एंबुलेंस खरीदने तथा एनएचएम के तहत अतिरिक्त एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजे जाने के भी निर्देश दिए हैं.