सुलतानपुर: व्यवस्था से खिन्न युवक ने ऐसा तांडव मचाया कि लोग हैरान रह गए. युवक ने अपने घर की छत से ऐसा पथराव किया कि मोहल्लेवासियों ने सड़क पर चलना फिरना बंद कर दिया. इतना ही नहीं रेस्क्यू ऑपरेशन करने पहुंची टीम के दारोगा को हेलमेट से धुना. इसके बाद भी युवक शांत नहीं हुआ, उसने नगरपालिका का वाहन फूंक दिया. एडीएम वित्त एवं राजस्व की तहरीर पर उन्मादी युवक के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. मामला निराला नगर का है.
साल भर पहले पुलिस ने भेजा था जेल: नगर कोतवाल राम आशीष उपाध्याय के मुताबिक निराला नगर का रहने वाला योगेंद्र सिंह उर्फ मोनू वैसे तो दो वर्ष से वॉर्ड के लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. करीब साल भर पहले योगेंद्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. जेल से आने के बाद तो कुछ महीने योगेंद्र सिंह ठीक रहा, इसके बाद फिर वो पुरानी हरकतें करने लगा. दो-चार दिनों से वो छत पर चढ़कर आने-जाने वाले राहगीरों पर पत्थरबाजी कर रहा है. लोगों का सामान घर से उठा लाता और जला देता है.
राहगीरों ने बदले रास्ते: स्थानीय लोगों के अनुसार शुक्रवार को निराला नगर वॉर्ड में सफाई कर रहे सफाई कर्मियों पर योगेंद्र सिंह ने छत से खड़े होकर पत्थरबाजी शुरू कर दी. यही नहीं पालिका की सरकारी कूड़ा वाहन मैजिक के शीशे तोड़ डाले. गाड़ी पर उसने जो पत्थर फेंके वो कर्मचारियों को भी लगे. आने-जाने वाले राहगीरों ने अधेड़ की हरकत देखकर रास्ता बदल दिया. इसके बाद घटना से आक्रोशित सैकड़ों सफाई कर्मचारी नगर पालिका में इकट्ठा हुए और सफाई मजदूर यूनियन के अध्यक्ष रामसुंदर बाल्मीकि, माजिद अली, राजू पहलवान के नेतृत्व में पालिका कर्मियों ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व मनोज पांडे से मिलकर शिकायत दर्ज कराई.
दर्ज हुआ केस: एडीएम वित्त एवं राजस्व मनोज कुमार पांडे के निर्देश पर यूनियन अध्यक्ष रामचंद्र बाल्मीकि सफाई कर्मियों के साथ नगर कोतवाली पहुंचे. जहां प्रभारी कोतवाल संतोष कुमार शुक्ला को शिकायती पत्र दिया. प्रभारी सफाई इंस्पेक्टर देवी मिश्रा की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ. वहीं, निराला नगर के नागरिकों ने जिलाधिकारी जसजीत कौर से मिलकर उक्त अधेड़ के खिलाफ शिकायती पत्र दिया है. उधर, शुक्रवार रात में योगेंद्र ने पालिका के सफाई वाहन में आग लगा दी. मोहल्ले वालों की सूचना पर फायर कर्मियों ने आकर आग पर काबू पाया.
आरोपी युवक ने बताई ये वजहः वहीं, उन्मादी युवक योगेंद्र सिंह उर्फ मोनू सिंह का कहना है कि उनके विपक्षी रंग बहादुर सिंह पूर्व कानूनगो है. इन लोगों ने मेरे बड़े भाई को शुगर था, जिसे ग्लूकोस चढ़ाकर मार डाला था. नगर कोतवाल राम आशीष उपाध्याय और पूर्व कोतवाल भूपेंद्र सिंह हमारे खिलाफ साजिश में शामिल है. ये लोग मेरी हत्या करा देना चाहते हैं. प्रशासन मुझे सुरक्षा दे और मेरा शस्त्र लाइसेंस बहाल किया जाए. दारोगा वीरेंद्र कुमार सोनकर समेत नगर कोतवाल ने मेरी पिटाई की थी. नए जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक बहुत अच्छे हैं, इन लोगों ने मेरा साथ दिया है.
नोट-हालांकि, ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
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