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सुलतानपुर में महिला समाजसेवियों ने नि:शुल्क बांटे सेनेटरी पैड

उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में महिला समाजसेवी पूजा कसौधन ने महिलाओं को नि:शुल्क सेनेटरी पैड वितरित किया है. उन्होंने महिलाओं को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है.

सेनेटरी पैड
महिला समाजसेवी ने बांटे नि:शुल्क सेनेटरी पैड
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Published : Apr 18, 2020, 10:58 AM IST

सुलतानपुर: जिले में महिलाओं में सेनेटरी नैपकिन उपयोग की जागरूकता बढ़ाने और कैंसर जैसे रोग को भगाने के लिए महिला समाज सेवी आगे आई हैं. पूजा कसौधन ने दलित बस्ती, निर्धन इलाके और कम पढ़े-लिखे परिवारों को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है. नि:शुल्क सेनेटरी नैपकिन के वितरण की शुरुआत की है.

महिला समाजसेवी ने बांटे नि:शुल्क सेनेटरी पैड

प्रदेश सरकार के आंकड़ों को देखें तो गर्भाशय कैंसर और गर्भाशय रोग का प्रसार ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं में बढ़ता जा रहा है. खासकर उन परिवार की महिलाएं इसकी चपेट में आ रही हैं, जिनमें सर्वथा सेनेटरी नैपकिन के उपयोग के प्रति जागरूकता का अभाव है.

समाजसेवी पूजा कसौधन ने बताया कि एक दिन हम बहनों के साथ यूं ही बैठे हुए थे, जिस पर इस बात पर चर्चा हुई कि महिला सुरक्षा को लेकर बेहद खराब स्थिति है. महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन नहीं मिल पाते हैं, जिसे उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया.

इसे भी पढ़ें:-भारत में कोरोना : संक्रमित लोगों का आंकड़ा 14 हजार के पार, मृतकों की संख्या 480 तक पहुंची

महिलाओं को इसके उपयोग को लेकर खुलकर सामने आना चाहिए. यह कोई गलत चीज नहीं है. इसमें संकोच नहीं करना चाहिए. पीरियड शुरू होने से पहले ही मां का कर्तव्य है कि अपनी बेटियों को बताएं. शर्म न करें, आगे आएं और बेहतर स्वास्थ्य को अपनाएं.
-पूजा कसौधन, समाजसेवी

सुलतानपुर: जिले में महिलाओं में सेनेटरी नैपकिन उपयोग की जागरूकता बढ़ाने और कैंसर जैसे रोग को भगाने के लिए महिला समाज सेवी आगे आई हैं. पूजा कसौधन ने दलित बस्ती, निर्धन इलाके और कम पढ़े-लिखे परिवारों को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है. नि:शुल्क सेनेटरी नैपकिन के वितरण की शुरुआत की है.

महिला समाजसेवी ने बांटे नि:शुल्क सेनेटरी पैड

प्रदेश सरकार के आंकड़ों को देखें तो गर्भाशय कैंसर और गर्भाशय रोग का प्रसार ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं में बढ़ता जा रहा है. खासकर उन परिवार की महिलाएं इसकी चपेट में आ रही हैं, जिनमें सर्वथा सेनेटरी नैपकिन के उपयोग के प्रति जागरूकता का अभाव है.

समाजसेवी पूजा कसौधन ने बताया कि एक दिन हम बहनों के साथ यूं ही बैठे हुए थे, जिस पर इस बात पर चर्चा हुई कि महिला सुरक्षा को लेकर बेहद खराब स्थिति है. महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन नहीं मिल पाते हैं, जिसे उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया.

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महिलाओं को इसके उपयोग को लेकर खुलकर सामने आना चाहिए. यह कोई गलत चीज नहीं है. इसमें संकोच नहीं करना चाहिए. पीरियड शुरू होने से पहले ही मां का कर्तव्य है कि अपनी बेटियों को बताएं. शर्म न करें, आगे आएं और बेहतर स्वास्थ्य को अपनाएं.
-पूजा कसौधन, समाजसेवी

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