सुलतानपुरः महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के सपने को योगी सरकार ने साकार करने की कवायद शुरू कर दी है. दरअसल महात्मा गांधी ग्राम स्वरोजगार योजना के तहत बड़ी ग्राम पंचायतों में आंगनबाड़ी केंद्र खोले जाएंगे. इन आंगनबाड़ी केन्द्रों में गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवारों को शिक्षा मिलेगी. साथ ही कुपोषित बच्चों को पोषण भी दिया जाएगा. इसके अलावा दूरदराज के ग्रामीणों को शव दाह संस्कार के लिए लंबा फासला नहीं तय करना होगा.
इसके लिए श्मशान घाट का भी निर्माण कराने की योजना है. मनरेगा के बजट से कैटल हाउस, गोट हाउस समेत अन्य तमाम योजनाएं भी संचालित की जाएंगी. इस योजना की शुरुआत सुलतानपुर जिले के भदैया ब्लॉक से पूरे जनपद में की जाएगी.
कुपोषित बच्चों को मिलेगा पोषण
सुलतानपुर जनपद में लॉकडाउन के शुरुआती आंकड़ों के अनुसार, जिले में कुपोषित बच्चों की संख्या 207 दर्ज की गई थी. यह ऐसे बच्चे थे जिन्हें संतुलित भोजन नहीं मिल पा रहा था. इन बच्चों का वजन मानक से काफी कम पाया गया था. जनपद के कुपोषित बच्चों की दशा सुधारने के लिए इन्हें जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया था. अस्पताल में इन कुपोषित बच्चों के साथ उनकी मां को भी संतुलित भोजन दिया जाता था. आंगनबाड़ी कार्यकत्री और सहायिका को कुपोषित बच्चों को शिक्षा देने का जिम्मा सौंपा गया था. इसके अलावा कुपोषित बच्चों की सेहत के लिए विशेष खुराक देने की कवायद भी शुरू की गई है. जिससे बच्चों का बौद्धिक और शारीरिक विकास हो सके.
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ग्राम पंचायतों में जहां आंगनबाड़ी केंन्द्र नहीं हैं, उन जगहों को चिन्हिंत करके आंगनबाड़ी केंन्द्र बनाए जा रहे हैं. इसके अलावा जहां श्मशान घाट नहीं हैं, श्मशान घाट भी बनाए जा रहे हैं. साथ ही मनरेगा के तहत कैटल हाउस, गोट हाउस का भी निर्माण किया जा रहा है.
-सी इंदुमती, जिलाधिकारी