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सुलतानपुर: सप्लाई इंस्पेक्टर ने मांगी 1 लाख की रिश्वत, ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

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Published : Feb 3, 2020, 1:50 PM IST

यूपी के सुलतानपुर के दोस्तपुर ब्लाक में पूर्ति निरीक्षक की तरफ से 1 लाख की रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है. ग्रामीणों का आरोप है कि घूस नहीं देने पर दोबारा कोटा चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई. इसी को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट में पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया.

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सप्लाई इंस्पेक्टर ने मांगी 1 लाख की रिश्वत.

सुलतानपुर: जिले के दोस्तपुर ब्लाक में एक लाख रुपये घूस नहीं देने पर दोबारा कोटा चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई. इसके विरोध में ग्रामीणों ने सड़क पर उतर कर व्यवस्था के खिलाफ प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट में पहुंचकर जिलाधिकारी की गैरमौजूदगी में ग्रामीणों ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व उमाकांत त्रिपाठी को ज्ञापन दिया.

  • मामला दोस्तपुर ब्लाक के सैदपुर मजरे तेंदुआ गांव से जुड़ा हुआ है.
  • जहां पर पूर्ति निरीक्षक की तरफ से 1 लाख की रिश्वत मांगी जा रही है.
  • ग्रामीणों का कहना है कि पैसा देने में जब असमर्थता जताई तो दोबारा कोटा चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई.
  • गांव में मुनादी भी पिटवा दी गई है, जबकि पारदर्शी ढंग से कोटे का चयन किया गया था.
    सप्लाई इंस्पेक्टर ने मांगी 1 लाख की रिश्वत.

कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करने आए ग्रामीणों ने कहा कि हमारे यहां 21 नवंबर को कोटे का चयन किया गया. खंड विकास अधिकारी ने पूरी रिपोर्ट बनाकर पूर्ति निरीक्षक को भेज दी. कोटे का लाइसेंस देने के लिए स्थानीय पूर्ति निरीक्षक की तरफ से एक लाख रिश्वत मांगी जा रही है. घूस नहीं देने पर हमारा चुनाव रद्द कर देना चाहते हैं. नए सिरे से चयन प्रक्रिया शुरू करना चाहते हैं. 6 फरवरी की तारीख नियत कर दी है. गांव में मुनादी भी पिटवा दी गई है. इसी के खिलाफ हम लोग डीएम को ज्ञापन देने आए हैं.

इसे भी पढ़ें-सुलतानपुर: अनाज माफिया निगल रहे गरीबों का निवाला, मामला दर्ज

जिलाधिकारी की गैरमौजूदगी में ग्रामीणों ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व उमाकांत त्रिपाठी को ज्ञापन दिया. पूर्ति निरीक्षक की तरफ से घूस मांगने की बात भी उठाई. इस दौरान एडीएम ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर गुस्से का इजहार किया है.

सुलतानपुर: जिले के दोस्तपुर ब्लाक में एक लाख रुपये घूस नहीं देने पर दोबारा कोटा चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई. इसके विरोध में ग्रामीणों ने सड़क पर उतर कर व्यवस्था के खिलाफ प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट में पहुंचकर जिलाधिकारी की गैरमौजूदगी में ग्रामीणों ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व उमाकांत त्रिपाठी को ज्ञापन दिया.

  • मामला दोस्तपुर ब्लाक के सैदपुर मजरे तेंदुआ गांव से जुड़ा हुआ है.
  • जहां पर पूर्ति निरीक्षक की तरफ से 1 लाख की रिश्वत मांगी जा रही है.
  • ग्रामीणों का कहना है कि पैसा देने में जब असमर्थता जताई तो दोबारा कोटा चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई.
  • गांव में मुनादी भी पिटवा दी गई है, जबकि पारदर्शी ढंग से कोटे का चयन किया गया था.
    सप्लाई इंस्पेक्टर ने मांगी 1 लाख की रिश्वत.

कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करने आए ग्रामीणों ने कहा कि हमारे यहां 21 नवंबर को कोटे का चयन किया गया. खंड विकास अधिकारी ने पूरी रिपोर्ट बनाकर पूर्ति निरीक्षक को भेज दी. कोटे का लाइसेंस देने के लिए स्थानीय पूर्ति निरीक्षक की तरफ से एक लाख रिश्वत मांगी जा रही है. घूस नहीं देने पर हमारा चुनाव रद्द कर देना चाहते हैं. नए सिरे से चयन प्रक्रिया शुरू करना चाहते हैं. 6 फरवरी की तारीख नियत कर दी है. गांव में मुनादी भी पिटवा दी गई है. इसी के खिलाफ हम लोग डीएम को ज्ञापन देने आए हैं.

इसे भी पढ़ें-सुलतानपुर: अनाज माफिया निगल रहे गरीबों का निवाला, मामला दर्ज

जिलाधिकारी की गैरमौजूदगी में ग्रामीणों ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व उमाकांत त्रिपाठी को ज्ञापन दिया. पूर्ति निरीक्षक की तरफ से घूस मांगने की बात भी उठाई. इस दौरान एडीएम ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर गुस्से का इजहार किया है.

Intro:एक्सक्लुसिव स्टोरी
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शीर्षक : सुलतानपुर : योगी सरकार में सप्लाई इंस्पेक्टर मांग रहे रिश्वत, गुस्से में गरीब।


एंकर : मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की सख्ती का विभागीय अफसरों पर कोई असर नहीं है। सपा सरकार की तर्ज पर भाजपा सरकार में भी सप्लाई इंस्पेक्टर खुलेआम वसूली कर रहे हैं । हालिया मामला सुल्तानपुर जिले के दोस्तपुर ब्लाक का है। जहां पर एक लाख रुपए घूस नहीं देने पर दोबारा कोटा चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। ग्रामीण गुस्से में है। सड़क पर उतर कर व्यवस्था के खिलाफ प्रदर्शन करने को मजबूर हो रहे हैं।


Body:वीओ : मामला दोस्तपुर ब्लाक के सैदपुर मजरे तेंदुआ गांव से जुड़ा हुआ है। जहां पर पूर्ति निरीक्षक की तरफ से ₹1 लाख की रिश्वत मांगी जा रही है । ऐसा नहीं किए जाने पर ग्रामीणों का कहना है कि पैसा देने में जब हम लोगों ने असमर्थता दिखाई तो दोबारा कोटा चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। गांव में मुनादी भी पिटवा दी गई है। जबकि पारदर्शी ढंग से कोटे का चयन किया गया था।


बाइट : कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करने आए ग्रामीणों ने कहा कि हमारे यहां 21 नवंबर 2019 को कोटे का चयन किया गया । खंड विकास अधिकारी ने पूरी रिपोर्ट बनाकर पूर्ति निरीक्षक को भेज दी। कोटे का लाइसेंस देने के लिए स्थानीय पूर्ति निरीक्षक की तरफ से ₹1 लाख रिश्वत मांगी जा रही है। घूस नहीं देने पर हमारा चुनाव रद्द कर देना चाहते हैं। नए सिरे से चयन प्रक्रिया शुरू करना चाहते हैं । 6 फरवरी की तारीख नियत कर दी है। गांव में मुनादी भी पिटवा दी गई है। इसी के खिलाफ हम लोग डीएम को ज्ञापन देने आए हैं।


Conclusion:वीओ : जिलाधिकारी की गैरमौजूदगी में ग्रामीणों ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व उमाकांत त्रिपाठी को ज्ञापन दिया। पूर्ति निरीक्षक की तरफ से घूस मांगने की बात भी उठाई। इस दौरान एडीएम ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर गुस्से का इजहार किया है।




आशुतोष मिश्रा, सुल्तानपुर, 94 15049 256

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