सुलतानपुरः जिले में किशोरी को गांव के ही एक लड़के से प्यार करना भारी पड़ गया. भाई और मामा ने किशोरी को प्रेम करने के एवज में मृत्युदंड जैसी सजा मुकर्रर कर दी. दोनों दिनभर बीमारी के बहाने अस्पताल में किशोरी को छुपाए रहे. इसके बाद रात के अंधेरे में पुल से गोमती नदी में किशोरी को फेंक दिया. हालांकि मछुआरों की सजगता से किशोरी की जान बच गई. पुलिस ने किशोरी के मामा और भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
जिले के धम्मौर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव की 17 वर्षीय किशोरी के माता-पिता की मौत हो गई है, जिसके चलते वह अपने ननिहाल में रहकर पढ़ाई कर रही थी. इसी दौरान गांव के ही एक लड़के से प्रेम प्रसंग चलने लगा, जो मामा दया राम और शिव मोहन को नागवार गुजरा. ममेरे भाई विवेक वर्मा ने भी विरोध का स्वर मुखर कर दिया. इसके बाद दोनों मामा और भाई ने हत्या की योजना बनाते हुए गुरुवार को पहले किशोरी को लेकर जिले मुख्यालय के एक अस्पताल में पहुंचे. यहां दिन किसी तरह गुजारने के बाद रात होते गोलाघाट स्थित गोमती नदी पुल पर पहुंचे. यहां पुल से किशोरी को उठाकर गोमती नदी में फेंक दिया.
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रात के अंधेरे में किशोरी की चीख-पुकार सुनकर मछुआरा समाज के लोग दौड़ पड़े. कई मछुआरों ने गोमती नदी में छलांग लगा दी और कड़ी मशक्कत के बाद किशोरी को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया गया. यहां किशोरी की हालत सामान्य बताई जा रही है. वहीं, नगर कोतवाली पुलिस ने किशोरी से तहरीर पर मामा और भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. उधर घटना को अंजाम देकर भाई विवेक वर्मा और मामा शिवमोहन और दयाराम फरार हो गए हैं.
प्रेम प्रसंग के चलते परिजनों ने किशोरी को पहले दिन में अस्पताल में छुपाया और शाम होने पर पुल से गोमती नदी में फेंक दिया. मछुआरों ने जान बचाते हुए पुलिस को किशोरी को सौंपा है.किशोरी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है.
-डॉ. विपिन मिश्र, पुलिस अधीक्षक