सुलतानपुरः शिक्षकों का मार्गदर्शन छात्रों के जीवन को नैतिक और शिष्टाचारी बनाता है, लेकिन अगर यही शिक्षक अपनी नैतिकता को भूलने लगें तो वह छात्रों को सही मार्ग पर चलने के लिए कैसे कह सकेंगे. ऐसा ही एक मामला सुलतानपुर से प्रकाश में आया है. एक शिक्षक ने अपने ही सह अध्यापक के वाट्सएप ग्रुप पर अभद्र टिप्पणी कर दी. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इस मामले को गंभीरता से लिया और सहायक अध्यापक को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया. वहीं शिक्षक पर हुई इस कार्रवाई से शिक्षा महकमे में हड़कंप मचा हुआ है.
गत दिनों 14 अक्टूबर को एक निजी विद्यालय में दीक्षा ऐप लागू करने के लिए शासन की तरफ से निर्देश दिया गया था. इसी के अनुपालन में पंडित राम देव त्रिपाठी सभागार में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें बेसिक शिक्षा अधिकारी दीवान सिंह के निर्देशानुसार मुरली स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य रणवीर सिंह की ड्यूटी लगाई गई थी.
मुद्दा बनने पर हरकत में आए बीएसए
रात करीब 10:30 बजे जयसिंहपुर विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक अजीत यादव ने रणवीर सिंह के खिलाफ अभद्र टिप्पणी कर दी. कार्यक्रम के दौरान खींची गई फोटो पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने लिखा कि यह किस हैसियत से मंच पर मौजूद थे. अजीत यादव की ओर से किए गए इस कमेंट को बेसिक शिक्षा अधिकारी दीवान सिंह ने गंभीरता से लिया. उन्होंने तत्काल प्रभाव से सहायक अध्यापक अजीत यादव को सस्पेंड कर दिया. साथ ही सभी शिक्षकों को सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक कमेंट करने से बचने की चेतावनी भी दी है.
बीएसए बोले हद में रहें शिक्षक
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दूसरा पत्र जारी करके सभी शिक्षकों को मर्यादा में रहने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि आप अपने पद और गरिमा का ख्याल रखें. इस तरह आपत्तिजनक टिप्पणी न करें, ताकि समाज में आप हंसी के पात्र न बनें. ऐसा किए जाने पर आप के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.