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34 माह से नहीं मिला मानदेय, चीनी मिल कर्मियों ने स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप के खिलाफ लगाए मुर्दाबाद के नारे - health minister jai pratap singh

34 माह से गन्ना मिल कर्मचारियों को नहीं मिला मानदेय. नाराज गन्ना कर्मचारियों ने चक्का जाम कर स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह के खिलाफ लगाए नारे. कर्मचारियों का आरोप बच्चे भुखमरी व अशिक्षा की कगार पर पहुंच गए हैं.

चीनी मिल कर्मियों ने लगाए मुर्दाबाद के नारे
चीनी मिल कर्मियों ने लगाए मुर्दाबाद के नारे
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Published : Jan 3, 2022, 3:59 PM IST

सुलतानपुरः 34 माह से गन्ना मिल कर्मचारियों को मानदेय नहीं मिला है. जिस वजह से नाराज गन्ना कर्मचारियों ने आंदोलित हो गए और चक्का जाम कर दिया. चीनी मिल बंद हो जाने से आक्रोशित कर्मचारियों ने गेट पर बैठकर स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह और स्थानीय विधायक सूर्यभान सिंह के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए. किसानों ने कहा कि अंग्रेजों के समय में भी इतना उत्पीड़न नहीं हुआ करता था.

यह भी पढ़ें- सीएम योगी को मथुरा से लड़ाए चुनाव, भाजपा सांसद ने पार्टी अध्यक्ष नड्डा को लिखा पत्र


सुल्तानपुर में एकलौती किसान सहकारी चीनी मिल है, जहां सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी अलग-अलग मशीनों पर तैनात हैं. गन्ने की पिराई होती है और किसानों को भुगतान दिया जाता है. 34 माह से इन किसानों को वेतन और मानदेय के रूप में एक भी रुपया नहीं मिला है. ऐसे में कर्मचारियों के बच्चे भुखमरी, अशिक्षा की कगार पर पहुंच गए हैं. महिलाओं के इलाज की व्यवस्था बाधित हो गई है. जिस वजह से नाराज कर्मचारियों ने चीनी मिल का चक्का जाम कर दिया और कर्मचारी सामूहिक रूप से हड़ताल पर चले गए.

चीनी मिल कर्मियों ने लगाए मुर्दाबाद के नारे
चीनी मिल संघ के महामंत्री अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि हमें 34 माह से मानदेय नहीं मिला है. जिस वजह से बच्चों की शिक्षा, भोजन-पानी की समस्या समेत अन्य जरूरत सामग्री घर परिवार के लिए प्रभावित हो रही है. हमारी घर की महिलाओं की चिकित्सा व्यवस्था पैसे के अभाव में बाधित हो रही है. बेटियों की शादी समय पर नहीं हो पा रही है.स्थानीय नेता शिवराम गौड़ ने कहा कि विधायक की तरफ से कोई मदद नहीं मिल पा रही है. हम लोग विधायक से मिलने गए थे लेकिन उन्होंने मदद नहीं कर पाने की बात कही है. जिलाधिकारी स्तर से भी वार्ता की गई है, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिल पा रही है. अंग्रेजों के जमाने में भी इतना उत्पीड़न नहीं होता था, जितना आज के समय में हो रहा है. स्थानीय प्रशासन की तरफ से भी कोई मदद नहीं मिल रही है.


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सुलतानपुरः 34 माह से गन्ना मिल कर्मचारियों को मानदेय नहीं मिला है. जिस वजह से नाराज गन्ना कर्मचारियों ने आंदोलित हो गए और चक्का जाम कर दिया. चीनी मिल बंद हो जाने से आक्रोशित कर्मचारियों ने गेट पर बैठकर स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह और स्थानीय विधायक सूर्यभान सिंह के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए. किसानों ने कहा कि अंग्रेजों के समय में भी इतना उत्पीड़न नहीं हुआ करता था.

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सुल्तानपुर में एकलौती किसान सहकारी चीनी मिल है, जहां सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी अलग-अलग मशीनों पर तैनात हैं. गन्ने की पिराई होती है और किसानों को भुगतान दिया जाता है. 34 माह से इन किसानों को वेतन और मानदेय के रूप में एक भी रुपया नहीं मिला है. ऐसे में कर्मचारियों के बच्चे भुखमरी, अशिक्षा की कगार पर पहुंच गए हैं. महिलाओं के इलाज की व्यवस्था बाधित हो गई है. जिस वजह से नाराज कर्मचारियों ने चीनी मिल का चक्का जाम कर दिया और कर्मचारी सामूहिक रूप से हड़ताल पर चले गए.

चीनी मिल कर्मियों ने लगाए मुर्दाबाद के नारे
चीनी मिल संघ के महामंत्री अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि हमें 34 माह से मानदेय नहीं मिला है. जिस वजह से बच्चों की शिक्षा, भोजन-पानी की समस्या समेत अन्य जरूरत सामग्री घर परिवार के लिए प्रभावित हो रही है. हमारी घर की महिलाओं की चिकित्सा व्यवस्था पैसे के अभाव में बाधित हो रही है. बेटियों की शादी समय पर नहीं हो पा रही है.स्थानीय नेता शिवराम गौड़ ने कहा कि विधायक की तरफ से कोई मदद नहीं मिल पा रही है. हम लोग विधायक से मिलने गए थे लेकिन उन्होंने मदद नहीं कर पाने की बात कही है. जिलाधिकारी स्तर से भी वार्ता की गई है, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिल पा रही है. अंग्रेजों के जमाने में भी इतना उत्पीड़न नहीं होता था, जितना आज के समय में हो रहा है. स्थानीय प्रशासन की तरफ से भी कोई मदद नहीं मिल रही है.


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