सुलतानपुर: जिले के स्टेशन लखनऊ मंडल में मॉडल स्टेशन के रूप में चिन्हित हैं. कहने को तो यहां तमाम सुविधाएं हैं, लेकिन यात्री गाड़ियों के संचालन के दौरान मुसाफिरों को पेयजल संकट से जूझना पड़ता है. यहां बोतल बंद पानी की बिक्री बढ़ाने के लिए पानी का सप्लाई रोक दिया जाता है. मुसाफिरों को पानी के लिए मुसीबतों का सामना करना पड़ता है.
सांसद मेनका गांधी की तरफ से सुल्तानपुर जंक्शन पर तमाम सौगात दे दी गई है. इसमें हर थोड़ी दूर पर पेयजल के लिए टोटियां लगाने और 24 घंटे वाटर सप्लाई के निर्देश हैं, लेकिन असल तस्वीर कुछ और ही है. मगर अफसरों ने कारोबारियों से हाथ मिला लिया है जिसके बाद वाटर सप्लाई बंद कर बोतल बंद पानी की बिक्री बढ़ाई जा रही है.
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जिले के जंक्शन पर वैसे तो दो से तीन वाटर हेड टैंक बनाए गए हैं, जिससे एक वाटर टैंक में समस्या आने पर दूसरे से जलापूर्ति की जा सके. लेकिन जलापूर्ति यात्रियों के आवागमन केस में बंद कर दी जाती है. इससे पेयजल की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है.
हालांकि बोतलबंद पानी की बिक्री बढ़ाने के लिए वाटर सप्लाई बंद करने की बात जब मंडल वाणिज्य प्रबंधक से की गई तो उस पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
नल में पानी नहीं आता है, जिसकी वजह से तकलीफ उठानी पड़ रही है. वहीं गर्मी के मौसम से भी परेशानी हो रही है.
-पशुपति प्रताप, यात्री
पहले नल में पानी कुछ दिखा था, लेकिन इस समय पानी का एकदम अभाव है.
-गोपाल, यात्री
पेयजल की समस्या का निदान 15 दिन में कर दिया जाएगा. कुछ तकनीकी समस्या भी सामने आ रही है.
-जगतोष शुक्ला, मंडल वाणिज्य प्रबंधक