ETV Bharat / state

ईंट-भट्ठा व्यवसायियों को मिलेगी राहत, प्रदेश सरकार ने स्वीकारी मांगें - यूपी सरकार

प्रदेश सरकार ने ईंट-भट्ठा व्यवसायियों की मांग को स्वीकार कर लिया है. इसके तहत कोल इंडिया में रजिस्टर्ड व्यवसायियों को कोयले पर 30 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाएगी.

प्रदेश सरकार ने स्वीकार की ईंट व्यवसायियों की मांग.
author img

By

Published : Nov 8, 2019, 4:44 PM IST

सुलतानपुर: लंबे समय से चल रही कोयले पर सब्सिडी की मांग को प्रदेश सरकार ने स्वीकार कर लिया है. कोल इंडिया में रजिस्टर्ड व्यवसायियों को 30% की सब्सिडी दी जाएगी. मालगाड़ी से कोयला भेजा जाएगा, जो भट्ठा मालिकों को रेलवे साइडिंग से स्वीकार करना होगा.

प्रदेश सरकार ने स्वीकार की ईंट व्यवसायियों की मांग.
  • ईंट तैयार करने में कोयले का अहम योगदान होता है.
  • बारिश के बाद नवरात्र से ईंट-भट्टों के कार्यों की शुरुआत होती है और इसी समय कोयला उठान पर होता है.
  • व्यवसायियों को राहत न मिलने से ईंट के भाव बढ़ा दिए जाते हैं, जिसका सीधा असर भवन निर्माण सामग्री की ईंट पर पड़ता है.
  • सरकार ने कोयले पर सब्सिडी देने का निर्णय लिया है.
  • व्यवसायी लंबे समय से कोयले पर सब्सिडी की मांग कर रहे थे.

यूपी को-ऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड के जिला प्रबंधक रोहित गुप्ता कहते हैं कि लंबे समय से व्यवसायी कोयले में सब्सिडी की मांग कर रहे थे, जिसे स्वीकार करते हुए मालगाड़ी से कोयला देने का निर्णय लिया गया है. कोल इंडिया में रजिस्ट्रेशन कराने वाले व्यवसायियों को 30% की कोयले पर सब्सिडी दी जाएगी. साइडिंग से ईंट-भट्ठा व्यवसायियों को कोयला उठाना होगा.

सुलतानपुर: लंबे समय से चल रही कोयले पर सब्सिडी की मांग को प्रदेश सरकार ने स्वीकार कर लिया है. कोल इंडिया में रजिस्टर्ड व्यवसायियों को 30% की सब्सिडी दी जाएगी. मालगाड़ी से कोयला भेजा जाएगा, जो भट्ठा मालिकों को रेलवे साइडिंग से स्वीकार करना होगा.

प्रदेश सरकार ने स्वीकार की ईंट व्यवसायियों की मांग.
  • ईंट तैयार करने में कोयले का अहम योगदान होता है.
  • बारिश के बाद नवरात्र से ईंट-भट्टों के कार्यों की शुरुआत होती है और इसी समय कोयला उठान पर होता है.
  • व्यवसायियों को राहत न मिलने से ईंट के भाव बढ़ा दिए जाते हैं, जिसका सीधा असर भवन निर्माण सामग्री की ईंट पर पड़ता है.
  • सरकार ने कोयले पर सब्सिडी देने का निर्णय लिया है.
  • व्यवसायी लंबे समय से कोयले पर सब्सिडी की मांग कर रहे थे.

यूपी को-ऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड के जिला प्रबंधक रोहित गुप्ता कहते हैं कि लंबे समय से व्यवसायी कोयले में सब्सिडी की मांग कर रहे थे, जिसे स्वीकार करते हुए मालगाड़ी से कोयला देने का निर्णय लिया गया है. कोल इंडिया में रजिस्ट्रेशन कराने वाले व्यवसायियों को 30% की कोयले पर सब्सिडी दी जाएगी. साइडिंग से ईंट-भट्ठा व्यवसायियों को कोयला उठाना होगा.

Intro:एक्सक्लुसिव खबर
------------
शीर्षक : सुलतानपुर : ईट पर नहीं लगेगी कोयले की कालिख, 30% की सब्सिडी से भाव किया जाएगा काबू।


एंकर : ईट के भाव भट्ठा व्यवसाई मनमाने ढंग से नहीं बना सकेंगे। लंबे समय से चल रही कोयले पर सब्सिडी की मांग को स्वीकार कर लिया गया है। कोल इंडिया में रजिस्टर्ड व्यवसायियों को 30% की सब्सिडी दी जाएगी। मालगाड़ी से कोयला भेजा जाएगा। जो भट्ठा मालिकों को रेलवे साइडिंग से स्वीकार करना होगा।


Body:वीओ : ईट तैयार करने में कोयले का अहम योगदान होता है। बारिश के बाद नवरात्र से ईट भट्टों की शुरुआत होती है। इस समय कोयला उठान पर होता है । व्यवसायियों को राहत नहीं मिलने से ईट का भाव बढ़ा देते हैं। जिसका सीधा असर भवन निर्माण सामग्री की ईट पर पड़ता है। जो रियल स्टेट की आधारशिला और सरकारी योजनाओं का महत्वपूर्ण बिंदु माना जाता है। सरकार ने कोयले पर सब्सिडी देने का निर्णय लिया है। लंबे समय से कारोबारी इसकी मांग कर रहे थे।


बाइट : यूपी कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड के जिला प्रबंधक कहते हैं कि लंबे समय से व्यवसाई कोयले में सब्सिडी की मांग कर रहे थे। जिसे स्वीकार करते हुए मालगाड़ी से कोयला देने का निर्णय लिया गया है। कोल इंडिया में रजिस्ट्रेशन कराने वाले व्यवसायियों को 30% की कोयले पर सब्सिडी दी जाएगी। साइडिंग से कोयला ईट भट्ठा व्यवसाई को उठाना होगा।


Conclusion:वीओ : भट्टे पर ईट का भाव बढ़ने से भवन निर्माण से जुड़े लोगों को खासी तकलीफ का सामना करना पड़ता है। महात्मा गांधी रोजगार योजना समेत ग्रामीण अंचल की विकास योजनाओं में ईट निर्माण का अहम सामग्री माना जाता है। इसकी वजह से सरकार का बजट बढ़ जाता है । निर्माण पर भी प्रभाव पड़ता है। कोयले में रियायत मिलने से भाव काबू में आएंगे, ऐसा माना जा रहा है।



आशुतोष मिश्रा, सुल्तानपुर , 94 15049 256
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.