सुलतानपुर : इसौली विधानसभा सीट से सपा विधायक अबरार अहमद के विवादित बयान 'ब्रह्माण, क्षत्रिय चोर हैं' के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है. इसको लेकर अबरार अहमद के खिलाफ जिले के लोगों ने कड़ा विरोध जताया. इसके अलावा भाजपा नेता ओमप्रकाश बजरंगी ने विधायक के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया है. विधायक जी की भाषा बिगड़ने के बाद उनकी ही पार्टी के लोग उन्हें आड़े हाथों लेने लगे हैं. सपा के पूर्व विधायक संतोष पांडे ने सपा विधायक के खिलाफ फेसबुक पर पोस्ट जारी की. उन्होंने कहा कि विधायक मानसिक संतुलन खो चुके हैं. सपा के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी शकील अहमद ने भी इसे अमर्यादित टिप्पणी करार देते हुए पार्टी को उनके बयान से अलग बताया है.
विधायक अबरार ने दिया था यह बयान
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा के दो दिवसीय सुलतानपुर दौरे के दौरान विधायक अबरार अहमद ने ब्राह्मण और क्षत्रियों को अपशब्द कहे थे. अपने बयान में उन्होंने ब्राह्मण और क्षत्रियों का वोट नहीं लेने की बात भी कही थी. मीडिया को दिए गए बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान लंभुआ विधायक देवमणि दुबे ने भी उनकी कड़े शब्दों में निंदा की. बीजेपी विधायक ने समाजवादी पार्टी को आड़े हाथ लेते हुए सपा का संरक्षण करार दिया था. पूरे मामले में विधायक अबरार अहमद किरकिरी के बाद जिले से बाहर का रास्ता अख्तियार कर चुके हैं. उनके समर्थक उनकी कोई लोकेशन नहीं बता पा रहे हैं.
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यह एक सोची समझी साजिश
इस संबंध में पूर्व सपा विधायक संतोष पांडे ने कहा कि अबरार अहमद के बयान की मैं निंदा करता हूं. अबरार विधायक कभी लोहियावादी नहीं थे. उनका समाजवाद से कभी कोई लेना-देना नहीं था. वह व्यक्तिवादी राजनीतिक चेहरा हैं. विधायक अबरार अहमद को यह अहसास हो गया है कि सपा से उन्हें इसौली विधानसभा का टिकट नहीं मिलेगा, इसलिए यह एक सोची समझी साजिश का हिस्सा बयान के रूप में सामने आया है.
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अबरार अहमद मांगे माफी
सपा के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी शकील अहमद ने कहा कि इसौली विधायक अबरार अहमद का ब्राह्मण और क्षत्रिय समाज को लेकर दिया गया बयान घोर निंदनीय है. उनका यह बयान दर्शाता है कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ हो चुके हैं. इससे ब्राह्मण और क्षत्रिय समाज में भारी आक्रोश है. विगत वर्षों में कई बार उनकी इस तरह की अनर्गल बयानबाजी से पार्टी को काफी नुकसान हुआ है. यह उनकी मानसिकता हो सकती है, समाजवादी पार्टी की कमी नहीं. उनको अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए.