सुलतानपुर: धरती को हरा-भरा बनाने वाले सीड बम अब वन विभाग की निजी संपत्ति नहीं रह जाएंगे. जिला प्रशासन के सहयोग से एनआरएलएम ने स्वयं सहायता समूह के जरिए इसे तैयार कराने और बाजारों में बेचने का निर्णय लिया है. यह सस्ते दर पर बाजारों में मुहैया कराया जाएगा. प्रशासन का लक्ष्य है जिले को हरा-भरा बनाना और ग्रीन बेल्ट तैयार करना. इस सीड बम को सबसे अधिक महिलाएं तैयार कर रही हैं.
इसे भी पढ़ें:- राम मंदिर निर्माण का संकल्प, मौनी महाराज ने ली 3 दिनों की भू-समाधि
जाने कैसे प्रयोग में लाया जाएगा सीड बम-
- सीड बम मिट्टी और खाद से तैयार किया हुआ एक ऐसा ढांचा है, जिसमें बीजों को सुरक्षित किया जाएगा.
- सीड बम को ऐसे स्थानों पर फेंका जाता है, जहां पानी बाहुल्य या दलदली इलाका हो.
- सीड बम से बीज में अंकुरण अपने आप होता है और पौधे तैयार होते हैं.
- यह प्राकृतिक रूप से ग्रीन बेल्ट तैयार करने की एक नई योजना है.
कैसे तैयार किए जाते हैं सीड बम-
- ब्लॉक मिशन मैनेजर कामिनी अग्रहरि कहती हैं कि इसमें तीन भाग मिट्टी और एक भाग गोबर की खाद को मिलाकर एक गोला तैयार किया जाता है.
- कटहल समेत अन्य वेराइटियों के बीज रखे जाते हैं जो हरित अभियान को सफल बनाते हैं.
- ब्लॉक मैनेजर आरतेश्वर कहते हैं कि मात्र 50 रुपये का सीड बम बॉक्स मिलेगा जो कि महिलाओं को एक रोजगार देगा.
- लंभुआ ब्लॉक के मैनेजर मनोज कुमार कहते हैं कि इस योजना से जिले को हरा-भरा करने की पूरी कोशिश की जाएगी.