ETV Bharat / state

सुलतानपुर: बाजार में बिकेगा सीड बम, स्वयं सहायता समूह बनी प्रोडक्शन इकाई

उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले में जिला प्रशासन के सहयोग से एनआरएलएम ने स्वयं सहायता समूह के जरिए सीड बम बाजारों में बेचने का निर्णय लिया है. प्रशासन ने इसलिए सीड बम को बनाने का लक्ष्य रखा है कि जिले को अधिक से अधिक हरा-भरा बनाया जा सके.

सीड बम बनाने के कार्यक्रम का आयोजन
author img

By

Published : Aug 23, 2019, 8:05 AM IST

सुलतानपुर: धरती को हरा-भरा बनाने वाले सीड बम अब वन विभाग की निजी संपत्ति नहीं रह जाएंगे. जिला प्रशासन के सहयोग से एनआरएलएम ने स्वयं सहायता समूह के जरिए इसे तैयार कराने और बाजारों में बेचने का निर्णय लिया है. यह सस्ते दर पर बाजारों में मुहैया कराया जाएगा. प्रशासन का लक्ष्य है जिले को हरा-भरा बनाना और ग्रीन बेल्ट तैयार करना. इस सीड बम को सबसे अधिक महिलाएं तैयार कर रही हैं.

सीड बम बनाने के कार्यक्रम का आयोजन.

इसे भी पढ़ें:- राम मंदिर निर्माण का संकल्प, मौनी महाराज ने ली 3 दिनों की भू-समाधि


जाने कैसे प्रयोग में लाया जाएगा सीड बम-

  • सीड बम मिट्टी और खाद से तैयार किया हुआ एक ऐसा ढांचा है, जिसमें बीजों को सुरक्षित किया जाएगा.
  • सीड बम को ऐसे स्थानों पर फेंका जाता है, जहां पानी बाहुल्य या दलदली इलाका हो.
  • सीड बम से बीज में अंकुरण अपने आप होता है और पौधे तैयार होते हैं.
  • यह प्राकृतिक रूप से ग्रीन बेल्ट तैयार करने की एक नई योजना है.

कैसे तैयार किए जाते हैं सीड बम-

  • ब्लॉक मिशन मैनेजर कामिनी अग्रहरि कहती हैं कि इसमें तीन भाग मिट्टी और एक भाग गोबर की खाद को मिलाकर एक गोला तैयार किया जाता है.
  • कटहल समेत अन्य वेराइटियों के बीज रखे जाते हैं जो हरित अभियान को सफल बनाते हैं.
  • ब्लॉक मैनेजर आरतेश्वर कहते हैं कि मात्र 50 रुपये का सीड बम बॉक्स मिलेगा जो कि महिलाओं को एक रोजगार देगा.
  • लंभुआ ब्लॉक के मैनेजर मनोज कुमार कहते हैं कि इस योजना से जिले को हरा-भरा करने की पूरी कोशिश की जाएगी.

सुलतानपुर: धरती को हरा-भरा बनाने वाले सीड बम अब वन विभाग की निजी संपत्ति नहीं रह जाएंगे. जिला प्रशासन के सहयोग से एनआरएलएम ने स्वयं सहायता समूह के जरिए इसे तैयार कराने और बाजारों में बेचने का निर्णय लिया है. यह सस्ते दर पर बाजारों में मुहैया कराया जाएगा. प्रशासन का लक्ष्य है जिले को हरा-भरा बनाना और ग्रीन बेल्ट तैयार करना. इस सीड बम को सबसे अधिक महिलाएं तैयार कर रही हैं.

सीड बम बनाने के कार्यक्रम का आयोजन.

इसे भी पढ़ें:- राम मंदिर निर्माण का संकल्प, मौनी महाराज ने ली 3 दिनों की भू-समाधि


जाने कैसे प्रयोग में लाया जाएगा सीड बम-

  • सीड बम मिट्टी और खाद से तैयार किया हुआ एक ऐसा ढांचा है, जिसमें बीजों को सुरक्षित किया जाएगा.
  • सीड बम को ऐसे स्थानों पर फेंका जाता है, जहां पानी बाहुल्य या दलदली इलाका हो.
  • सीड बम से बीज में अंकुरण अपने आप होता है और पौधे तैयार होते हैं.
  • यह प्राकृतिक रूप से ग्रीन बेल्ट तैयार करने की एक नई योजना है.

कैसे तैयार किए जाते हैं सीड बम-

  • ब्लॉक मिशन मैनेजर कामिनी अग्रहरि कहती हैं कि इसमें तीन भाग मिट्टी और एक भाग गोबर की खाद को मिलाकर एक गोला तैयार किया जाता है.
  • कटहल समेत अन्य वेराइटियों के बीज रखे जाते हैं जो हरित अभियान को सफल बनाते हैं.
  • ब्लॉक मैनेजर आरतेश्वर कहते हैं कि मात्र 50 रुपये का सीड बम बॉक्स मिलेगा जो कि महिलाओं को एक रोजगार देगा.
  • लंभुआ ब्लॉक के मैनेजर मनोज कुमार कहते हैं कि इस योजना से जिले को हरा-भरा करने की पूरी कोशिश की जाएगी.
Intro:एक्सक्लुसिव खबर
---------
शीर्षक : बाजार में बिकेगा सीड बम स्वयं सहायता समूह बनी प्रोडक्शन इकाई।


सुलतानपुर : धरती को हरा-भरा करने वाले सीड बम अब वन विभाग की निजी संपत्ति नहीं रह जाएंगे। जिला प्रशासन के सहयोग से एन आर एल एम ने स्वयं सहायता समूह के जरिए इसे तैयार कराने और बाजारों में बेचने का निर्णय लिया है। यह सस्ते दर पर बाजारों में मुहैया कराया जाएगा। मकसद है जिले को हरा-भरा बनाना और ग्रीन बेल्ट तैयार करना।


Body:वॉइस ओवर : सीडबम मिट्टी और खाद से तैयार किया हुआ एक ऐसा ढांचा है। जिसमें बीजों को सुरक्षित किया जाता है। इसे ऐसे स्थानों पर फेंका जाता है। जो पानी बाहुल्य हो या दलदली इलाके हो। अपने आप बीच में अंकुरण होता है और पौधे तैयार होते हैं। इसमें निगरानी व्यवस्था का सर्वथा अभाव होता है । यह प्राकृतिक रूप से ग्रीन बेल्ट तैयार करने की एक नई योजना है।


बाइट : दुबेपुर ब्लॉक कि ब्लॉक मिशन मैनेजर कामिनी अग्रहरि कहती है कि तीन भाग मिट्टी और एक भाग गोबर की खाद को मिलाकर एक गोला तैयार किया जाता है। जिससे सीड बम का नाम दिया जाता है। इसमें कटहल समेत अन्य वेराइटियों के बीच रखे जाते हैं। जो हरित अभियान को सफल बनाते हैं। ब्लॉक मैनेजर आरतेश्वर कहते हैं कि मात्र ₹50 का सीड बम बॉक्स रहेगा । जो महिलाओं को एक रोजगार देगा। अंकुरण नहीं होने की दशा में सीड बम वापस किया जाएगा। वैसे अंकुरण हर हाल में हो, ऐसा सीड बम तैयार किया गया है। इसी तरह लंभुआ ब्लॉक के मैनेजर मनोज कुमार कहते हैं कि इस योजना से जिले को हरा-भरा करने की कवायद को मूर्त रूप दिया जा सकेगा।


Conclusion:आशुतोष मिश्रा, सुल्तानपुर , 94 15049 256
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.