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वाराणसी फोरलेन के निर्माण में 350 करोड़ रुपये का घोटाला, डीएम बोलीं- अफसरों से हुई चूक - लखनऊ वाराणसी फोरलेन के निर्माण में घोटाला

यूपी के सुलतानपुर जिले में लखनऊ-वाराणसी फोरलेन के निर्माण में 350 करोड़ रुपये का घोटाला होने का मामला सामने आया है. वहीं जिलाधिकारी सी इंदुमती ने चूक स्वीकार करते हुए कहा कि अफसरों की गलती से किसानों को अधिक मुआवजे का भुगतान किया गया है. हालांकि अब इसे सुधारने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

लखनऊ-वाराणसी फोरलेन के निर्माण में 350 करोड़ रुपये का घोटाला.
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Published : Sep 19, 2019, 3:01 PM IST

सुलतानपुर: लखनऊ-वाराणसी फोरलेन में 350 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. राष्ट्रीय राजमार्ग की दर से बाईपास की जमीन का भुगतान किया गया. लंबी जद्दोजहद के बाद प्रशासन ने अफसरों से हुई चूक को स्वीकार कर लिया है. किसानों के मुआवजे में संशोधन कराने और उन्हें वाजिब मुआवजे का भुगतान कराने का निर्देश दिया गया है.

जिलाधिकारी ने मुआवजा भुगतान में हुई गलती को स्वीकार किया.

मुआवजे के भुगतान में किया गया 'खेल'

लखनऊ-वाराणसी के बीच फोरलेन का निर्माण लगभग अंतिम चरण में है. इसके मुआवजा भुगतान में बड़े पैमाने पर खेल किया गया. पूर्व में तैनात अफसरों ने साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये की हेरफेर करते हुए नेशनल हाईवे के भुगतान दर को बाईपास की दर बना दिया, जिसकी वजह से बड़े पैमाने पर किसानों को अतिरिक्त मुआवजे का भुगतान कर दिया गया. जिसके बाद खाते फ्रीज कराए गए और प्रशासनिक कार्रवाई चली.

ये भी पढ़ें: चंद्रयान-2 की सफलता के लिए तपस्या करने टॉवर पर चढ़ा युवक, 3 दिन बाद पुलिस ने उतारा नीचे

लंबे समय बाद प्रशासन ने स्वीकार किया है कि उससे चूक हुई है. अफसरों की गलती से अधिक मुआवजे का भुगतान किया गया है. हालांकि अब इसे सुधारने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जिलाधिकारी ने जल्द से जल्द किसानों को सुधरा हुआ मुआवजा भुगतान कराने का निर्देश दिया है.

ये भी पढ़ें: चेहरों पर मुस्कान: लखनऊ फोरलेन घोटाले में अनफ्रीज होंगे काश्तकारों के खाते

मुआवजा भुगतान में चूक हुई है. अफसरों की तरफ से गलत आदेश पारित हो गए हैं. इसे सुधारने की प्रक्रिया चल रही है. मुआवजा संशोधन कर किसानों को वाजिब मुआवजा दिलाया जाएगा.
-सी इंदुमती, जिलाधिकारी

सुलतानपुर: लखनऊ-वाराणसी फोरलेन में 350 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. राष्ट्रीय राजमार्ग की दर से बाईपास की जमीन का भुगतान किया गया. लंबी जद्दोजहद के बाद प्रशासन ने अफसरों से हुई चूक को स्वीकार कर लिया है. किसानों के मुआवजे में संशोधन कराने और उन्हें वाजिब मुआवजे का भुगतान कराने का निर्देश दिया गया है.

जिलाधिकारी ने मुआवजा भुगतान में हुई गलती को स्वीकार किया.

मुआवजे के भुगतान में किया गया 'खेल'

लखनऊ-वाराणसी के बीच फोरलेन का निर्माण लगभग अंतिम चरण में है. इसके मुआवजा भुगतान में बड़े पैमाने पर खेल किया गया. पूर्व में तैनात अफसरों ने साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये की हेरफेर करते हुए नेशनल हाईवे के भुगतान दर को बाईपास की दर बना दिया, जिसकी वजह से बड़े पैमाने पर किसानों को अतिरिक्त मुआवजे का भुगतान कर दिया गया. जिसके बाद खाते फ्रीज कराए गए और प्रशासनिक कार्रवाई चली.

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लंबे समय बाद प्रशासन ने स्वीकार किया है कि उससे चूक हुई है. अफसरों की गलती से अधिक मुआवजे का भुगतान किया गया है. हालांकि अब इसे सुधारने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जिलाधिकारी ने जल्द से जल्द किसानों को सुधरा हुआ मुआवजा भुगतान कराने का निर्देश दिया है.

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मुआवजा भुगतान में चूक हुई है. अफसरों की तरफ से गलत आदेश पारित हो गए हैं. इसे सुधारने की प्रक्रिया चल रही है. मुआवजा संशोधन कर किसानों को वाजिब मुआवजा दिलाया जाएगा.
-सी इंदुमती, जिलाधिकारी

Intro:एक्सक्लुसिव खबर
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शीर्षक : लखनऊ वाराणसी फोरलेन में साढे तीन सौ करोड़ का घोटाला, डीएम बोली अफसरों से हुई चूक।


एंकर : सुलतानपुर : लखनऊ वाराणसी फोरलेन में साढे तीन सौ का घोटाला हुआ। राष्ट्रीय राजमार्ग की दर से बाईपास की जमीन का भुगतान किया गया । लंबी जद्दोजहद के बाद प्रशासन ने अफसरों से हुई चूक को स्वीकार कर लिया है। किसानों के मुआवजे में संशोधन कराने और उन्हें वाजिब मुआवजे का भुगतान कराने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी के तरफ से यह कार्रवाई की जा रही है।


Body:वीओ : लखनऊ वाराणसी के बीच फोरलेन लगभग अंतिम चरण में है। इसके मुआवजा भुगतान में बड़े पैमाने पर खेल किया गया। पूर्व में तैनात अफसरों ने साडे 300 करोड़ की हेरफेर करते हुए नेशनल हाईवे के भुगतान दर को बाईपास की दर बना दिया। जिसकी वजह से बड़े पैमाने पर किसानों को अतिरिक्त मुआवजे का भुगतान कर दिया गया। जिसके बाद खाते फ्रीज कराए गए और प्रशासनिक कार्रवाई में चली। लंबे समय बाद प्रशासन ने स्वीकार किया है कि उसे चूक हुई है। अफसरों की गलती से अधिक मुआवजे का भुगतान किया गया है। हालांकि अब इसे सुधारने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिलाधिकारी ने जल्द से जल्द किसानों को सुधरा हुआ मुआवजा भुगतान कराने का निर्देश दिया है।


Conclusion:बाइट : जिलाधिकारी सुल्तानपुर सी इंदुमती कहती है कि मुआवजा भुगतान में चूक हुई है । अफसरों की तरफ से गलत आदेश पारित हो गए हैं। इसे सुधारने की प्रक्रिया चल रही है। मुआवजा संशोधन कर किसानों को वाजिब मुआवजा दिलाया जाएगा।




आशुतोष मिश्रा सुल्तानपुर 94 15049 256

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