सुलतानपुर: मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने थाना समाधान दिवस का आयोजन कराने का निर्णय लिया. जिससे दूरदराज के ग्रामीणों की समस्याओं का त्वरित निदान कराया जा सके. लेकिन असल तस्वीर बिल्कुल अलग है. फरियादी आते हैं, प्रार्थना पत्र देते हैं, अधिकारियों की मनुहार करते हैं और चले जाते हैं. उन्हें न न्याय मिलता है और नहीं विवादों के समाधान का कोई ठोस हल निकाला जाता है.
ईटीवी भारत ने जिला मुख्यालय के नगर कोतवाली पर थाना समाधान दिवस की हकीकत देखी तो असलियत सामने आ गई. यहां एक भी फरियादी ऐसा नहीं मिला, जिनके समस्या का निदान किया गया हो. तकरीबन जिले के 17 स्थानों पर भी यही स्थिति है. फरियादी आते हैं, भटकते हैं, परेशान होते हैं और अपनी किस्मत को कोसते हुए वापस हो जाते हैं.
कोतवाली नगर के लाला का पुरवा गांव से आए मोहम्मद शादाब कहते हैं कि 2 साल से संपूर्ण समाधान दिवस, थाना समाधान दिवस, जनता दर्शन में प्रार्थना पत्र दे रहे हैं. लगातार दौड़ रहे हैं. आश्वासन मिल रहा है, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है.
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करौंदिया मोहल्ले के मुन्ना लाल और प्रेमा देवी ने भी संपूर्ण समाधान दिवस में समस्या का निदान नहीं किए जाने की बात कही. इसी मोहल्ले की संगीता देवी कहती हैं कि कोई समाधान नहीं मिला है. लेखपाल को प्रार्थना पत्र सौंपा गया है.