सुलतानपुर : कोविड-19 प्रोटोकॉल की आड़ में जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय की तरफ से कोचिंग संचालकों (Coaching Operators) का उत्पीड़न किए जाने को लेकर कोचिंग संचालकों (Coaching Operators) का गुस्सा फूट पड़ा है. शुक्रवार को कोचिंग संघ के संचालकों के साथ किन्नर भी डीएम कार्यालय (Dm Office) पहुंचे. यहां उन्होंने अपनी मांगों को रखा. इसके बाद डीएम ने पूरे प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं.
कोचिंग संचालक संघ के पदाधिकारी शुक्रवार को जिला अधिकारी रवीश गुप्ता से मिलने कलेक्ट्रेट पहुंचे. यहां कोचिंग संचालक के पदाधिकारी कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया. संचालकों का कहना है कि जिला विद्यालय निरीक्षक कर्मचारी उनका उत्पीड़न कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अवैध वसूली के लिए उन्हें परेशान किया जा रहा है. कोचिंग संचालकों का कहना है कि कोरोना जांच के नाम पर हमें परेशान किया जा रहा है. उनकी मांग है कि कोरोना प्रोटोकॉल के पालन के साथ उन्हें 10 से 15 बच्चों को पढ़ाने की अनुमति प्रदान की जाए. कोविड काल के दौरान बच्चों की प्रभावित हो रही शिक्षा को देखते हुए हमें शिक्षा प्रदान करने में सहयोग प्रदान किया जाए.
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प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल के साथ संसद चल रही है. सारे सरकारी काम हो रहे हैं, लेकिन कोचिंग संचालकों को परेशान किया जा रहा है. उनका उत्पीड़न किया जा रहा है. छात्रों के भविष्य को आधार में डाला जा रहा है. वहीं कोचिंग के सहारे आजीविका चलाने वालों का परिवार कैसे चलेगा. मांगें पूरी ना होने पर उन्होंने उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी है.