सुलतानपुर: मिट्टी की खुदाई करने के दौरान मनरेगा मजदूर की मौत हो गई. वहीं घंटों उसे घटनास्थल से नहीं उठाए जाने से मामले ने तूल पकड़ लिया. जिलाधिकारी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए घटना पर गहरी संवेदना जताई. उन्होंने कहा कि मृतक मनरेगा मजदूर हमारा श्रमिक है, तहसीलदार से आर्थिक जांच कराई जा रही है. सरकार को जांच रिपोर्ट भेजकर मुआवजा दिलाने की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि वे खुद मृतक परिवार के सदस्यों से मिलेंगे.
जिले के चांदा थाना क्षेत्र के धौरहरा में मिट्टी की खुदाई कर रहे 65 वर्षीय मनरेगा मजदूर देवी प्रसाद की गुरुवार को काम के दौरान मौत हो गई. मजदूर का शव घंटों स्पाट पर ही पड़ा रहा, लेकिन किसी ने उसे उठाने की जहमत नहीं उठाई, बल्कि वीडियो बनाने में मशगूल रहे. कोविड-19 से संक्रमित होने के अंदेशे की वजह से अन्य मजदूरों ने उसे छूना तक मुनासिब नहीं समझा. सरकारी मदद भी काफी देर में पहुंची. पूरे मामले में अपर जिलाधिकारी प्रशासन ने शासकीय सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. इसके बाद सरकारी अधिकारी सक्रिय हुए और मदद की प्रक्रिया आगे बढ़ी.
मनरेगा मजदूर की काम करते हुए मौत की जानकारी बीते दिन प्राप्त हुई है. इस मामले में डीसी मनरेगा समेत अन्य अधिकारियों को कड़ा निर्देश दिया है. इस मामले की जांच पड़ताल की जिम्मेदारी तहसीलदार को दी गई है. आर्थिक स्थिति का आकलन जांच में करने का निर्देश तहसीलदार को दिया गया है. जांच रिपोर्ट आने के साथ सरकार को सूचित किया जाएगा और मुआवजे दिलाने की कार्रवाई की जाएगी.
-सी इंदुमती, जिलाधिकारी