सुलतानपुर : गन्ना किसानों का आंदोलन जनपद में तेज हो गया है. इसी बीच गन्ना अधिकारी की शवयात्रा निकालने की तैयारियों के बीच पुलिस और प्रशासनिक अमला जिला पंचायत पहुंच गया. यहां गन्ना किसानों की शव यात्रा निकालने की तैयारी पर रोक लगा दी. इस दौरान गन्ना अधिकारी और किसानों में तीखी नोकझोंक भी हुई. फिलहाल प्रशासन कोई रास्ता निकालने का प्रयास कर रहा है. एसडीएम सदर मौके पर वार्ता करने को पहुंचे.
कुड़वार विकासखंड के 7 ग्राम पंचायत से अधिक के किसान इस समय जिला पंचायत में आंदोलनरत हैं. लगातार धरना प्रदर्शन और गन्ना अधिकारी मुर्दाबाद के नारों के साथ गुरुवार को शवयात्रा निकालने का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इसे रोकने के लिए प्रशासन भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचा.
एसडीएम सदर चंद्र प्रकाश पाठक और क्षेत्राधिकारी नगर राघवेंद्र चतुर्वेदी मौके पर पहुंचे हैं. नगर कोतवाल राम आशीष उपाध्याय की मदद से शव यात्रा रोकने का प्रयास किया गया. शहर के कई चौकी प्रभारी लगाए गए. इस बीच किसान और गन्ना अधिकारी के बीच तीखी नोकझोंक हुई. किसानों ने उनके खिलाफ आंदोलन छोड़ने की बात कही.
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इस बाबत भारतीय किसान यूनियन के नेता गुड्डू सिंह ने बताया कि गन्ना कार्यालय के बाहर 10 दिन से उनका धरना-प्रदर्शन जारी है. यहां गन्ना अधिकारी उनकी उपज बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ चीनी मिल को देना चाहते हैं जबकि वे लोग सुल्तानपुर किसान सहकारी मिल को अपना गन्ना देना चाहते हैं. गन्ना अधिकारी हैदर गढ़ चीनी मिल की वकालत कर रहे हैं. आरोप लगाया कि इस कार्य के लिए सौदेबाजी की गई है. किसानों ने आरपार की लड़ाई की बात कही.
एसडीएम सदर सुल्तानपुर चंद्र प्रकाश पाठक ने बताया कि जिले की 8 ग्राम पंचायतों को बाराबंकी के हैदर गढ़ चीनी मिल से संबद्ध किया गया है. इसे लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं. अधिकारियों ने इनसे बात कर ज्ञापन लेने की बात कही है ताकि उच्चस्तर पर वार्ताकर समस्या के समाधान का प्रयास किया जा सके.