सुलतानपुर: पूरे देश में फैले कोरोना वायरस पर बात करते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने बचाव और सतर्कता से कोरोना को हराने के अभियान का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पूरे भारत में सभी विभाग मिलकर सतर्कता सजगता से इसे खत्म करने की कोशिश में लगे हुए हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना से दो की मौत हुई है. इस केस से जुड़े हुए सभी लोग बाहर से ही आए हैं. हमारे यहां के नहीं हैं. बाहरी लोगों से संपर्क में आए भारत के लोगों की जांच करनी पड़ती है. उन्हें आइसोलेट करना पड़ता है. उनके परिजनों पर निगरानी रखनी पड़ती है. इसलिए हमारा सबसे पहला और बड़ा प्रयास है कि समाज को जागरूक करें. कोई खासता है तो मुंह पर रूमाल रखें. कुछ खाने से पहले हाथ साबुन से धोएं. 1 मीटर की दूरी बनाकर रखें.
इजरायल के बनाए गए टीके पर बात करते हुए कहा कि अभी टीका कहीं नहीं बन सका है. इजरायल की एक कंपनी जो डिफेंस मिनिस्ट्री के अधीनस्थ है. उसने टीका बनाने का दावा किया है अभी इस टीके का क्लीनिकल ट्रायल नहीं हो सका है.
कोई भी टीका जब बनता है तो समाज से गुजरता है, जिसमें 8 से 10 माह में उसका दुष्परिणाम देखा जाता है तभी अप्रूवल मिलता है. बहुत से देशों के विज्ञानिक इसमें लगे हुए हैं. टीका विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं. भारत भी इसमें शामिल है. वह भी टीका विकसित करने का प्रयास कर रहा है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी घोषित किया है, जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय में एक जटिल समस्या बनी हुई है. 130 करोड़ का भारत देश सबको लेकर चलता है.
इसे भी पढ़ें:-सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक सम्पन्न, विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर हुआ मंथन