सुलतानपुरः अमेठी के गौरीगंज विधानसभा के पूर्व विधायक और भाजपा नेता चंद्रप्रकाश मिश्र मटियारी पर रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 6 लाख रुपये ठगी करने का आरोप है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के हस्तक्षेप के बाद एसपी सुलतानपुर के आदेश पर धनपतगंज थाने में पूर्व विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. मुकदमा दर्ज होने के बाद पूर्व विधायक अपने क्षेत्र से गायब बताए जा रहे हैं.
दरअसल, धनपतगंज थाना क्षेत्र के पूरे विष्णु दत्त पीपरगांव निवासी शिव शंकर तिवारी पुत्र मेघवर्ण तिवारी ने अपने भतीजे कुश कुमार पुत्र निशाकांत को रेलवे में नौकरी दिलाने के लिए विधायक से पहल की थी. आरोप है कि नौकरी में घूस लगने और पैसा सुरक्षित होने का झांसा देकर विधायक ने 6 लाख रुपये लिए थे. यह धनराशि 3 लाख नगद और 3 लाख चेक के माध्यम से केनरा बैंक शाखा धनपतगंज के जरिए दिए गए थे. आरोप है कि निर्धारित समय बीतने के बाद भी बेटे को नौकरी नहीं मिलने और पूर्व विधायक नई नई तारीखें देकर टालमटोल करते रहे. इसके बाद पीड़ित पूर्व विधायक से पैसे मांगने लगे. जिस पर 12 दिसंबर 2020 को पूर्व विधायक चंद्र प्रकाश मिश्र मटियारी ने पीड़ित के मोबाइल से डिटेल डिलीट करते हुए वापस चले जाने की बात कही.
इसके बाद पीड़ित शिवशंकर और निशाकांत केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के पास पहुंचे. जहां पर अमेठी सांसद स्मृति ईरानी ने पुलिस अधीक्षक सुलतानपुर से बात करते हुए मामले में आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. इसके बाद एसपी डॉ. विपिन मिश्रा के हस्तक्षेप पर धनपतगंज थाने में चंद्रप्रकाश मिश्र मटियारी पर मुकदमा पंजीकृत किया है. वहीं, चंद्र प्रकाश मिश्र मटियारी का कहना है कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश की जा रही है. विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उन्हें फंसाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है. थानाध्यक्ष मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. साक्ष्यों के आधार पर विवेचना की जा रही है. हस्तलिखित, कूट रचित दस्तावेज और जालसाजी की पुष्टि होने पर विधायक की गिरफ्तारी भी सुनिश्चित की जाएगी.