सुलतानपुर: अन्नदाता को यूरिया उपलब्ध नहीं करा पाने में अपनी नाकामी को छिपाने के लिए विभागीय अफसरों ने वितरण का नियम ही बदल दिया है. अब साधन सहकारी समिति, सहकारी संघ और क्रय विक्रय समितियों से उन किसानों को ही यूरिया की बोरियां उपलब्ध कराई जाएंगी जो आधार कार्ड लेकर पहुंचेंगे. यानी आधार कार्ड और अंगूठे के मिलान के आधार पर ही उन्हें खाद मिलना संभव होगा.
इन दिनों सरकारी साधन, सहकारी समिति, यूपी कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड की गोदाम क्रय विक्रय समिति कृषि विभाग के अधिकृत सेंटर पर खाद को लेकर मारामारी चल रही है. यहां पर बड़ी संख्या में किसान खाद लेने के लिए उमड़ रहे हैं. गोसाईगंज थाना क्षेत्र में लाठी के साए में किसानों को खाद लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. अपनी खामियां छुपाने के लिए और भंडारण व्यवस्था पर पर्दा डालने के लिए अफसरों ने ई-पोस मशीन से वितरण व्यवस्था शुरू कर दी है. यानी अब उन्हीं अन्नदाताओं को खाद मिल सकेगी, जो आधार कार्ड के साथ अपने अंगूठे का सही निशान मशीन में लगाने में कामयाब होंगे.
इस बारे में एआर कोऑपरेटिव सहकारिता विभाग का कहना है कि आज की तारीख में उनकी हर सोसायटी पर खाद है. इसी माह के अंत में 30-31 तक एक मालगाड़ी खाद और आ जाएगी. उन्होंने बताया कि सरकारी समितियों पर आधार कार्ड के जरिए खाद वितरण सुनिश्चित कराया जा रहा है. हर ब्लाक में एडीओ और एडीसीओ को दौरा करने के निर्देश दिए गए हैं. प्रत्येक किसान को एक बोरी खाद आधार कार्ड के आधार पर दी जाएगी. ई-पोस मशीन से ही यूरिया का वितरण करने के निर्देश दिए गए हैं. खाद के लिए सरकार से 3000 मीट्रिक टन की डिमांड की गई है.