सुलतानपुर: योगी सरकार की मंशा को साकार करने के लिए जिला प्रशासन ने प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने की कवायद शुरू कर दी है. जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सभी विभागाध्यक्षों की बैठक बुलाई गई, जिसमें एक लाख मजदूरों को रोजगार देने का फैसला किया गया.
जिलाधिकारी कार्यालय से मिली सूचना के अनुसार, सुलतानपुर जिला प्रशासन ने एक लाख ऐसे प्रवासी श्रमिकों का खाका तैयार किया है, जो लॉकडॉउन के दौरान महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा और दिल्ली जैसे राज्यों से जिले में आए हैं. इनमें ट्रेन और ट्रक के साथ उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की बसों से आए हुए श्रमिक शामिल हैं. पैदल, साइकिल और दुपहिया वाहन से आने वाले श्रमिक भी इस सूची में शामिल हैं.
लॉकडॉउन का पांचवां चरण 30 जून तक चलेगा. इस दौरान बाहर से आए एक लाख प्रवासी श्रमिकों का पंजीकरण और पहचान कराई जा रही है. राजस्व विभाग को इसकी जिम्मेदारी दी गई है. पंडित राम नरेश त्रिपाठी सभागार में मेरी तरफ से बैठक बुलाई गई, जिसमें इंजीनियरिंग, ग्राम्य विकास विभाग, पंचायत राज विभाग और दक्षता बढ़ोतरी विभाग समेत अन्य इकाइयां शामिल हैं. इसमें 60% लोगों को रोजगार देने की कार्य योजना तैयार की गई. तकनीकी रूप से दक्ष और बगैर दक्ष लोगों की सूची तैयार की गई है.
सी इंदुमती, डीएम