सुलतानपुर: जिला अस्पताल की इमरजेंसी में डॉक्टर और स्टाफ नर्स झगड़े से रात भर दूरदराज से आने वाले आपातकालीन चिकित्सा के लिए मरीज और तीमारदार परेशान रहे. इलाज के लिए यहां-वहां भागते रहे कई मरीजों ने निजी अस्पतालों का रुख कर लिया. पूरे मामले को सीएमएस ने गंभीरता से लिया स्टाफ नर्स को फटकार लगाई और बाधित चिकित्सा कार्य संचालित कराया.
- मामला सुलतानपुर जिला अस्पताल की आपातकालीन चिकित्सा सेवा से जुड़ा हुआ है.
- जहां रविवार रात को में दवाएं और इंजेक्शन को लेकर डॉक्टर और स्टाफ नर्स के बीच में भिड़ंत हो गई.
- स्टाफ नर्स यह कहती रही कि दवाएं भरपूर उपलब्ध कराई गई हैं, जबकि डॉक्टर ने इसकी कमी बताते हुए इलाज करने से इनकार कर दिया.
- रात के अंधेरे में दूरदराज से जीवन की आस लेकर आए मरीज और उनके तीमारदार परेशान रहे.
मैंने केंद्रीय औषधि भंडार परभारी, डाक्टर और स्टाफ नर्स दोनों को बुलाया. दोनों को समझाया है. मैंने उन्हें मोटिवेट भी किया कि आप बहुत बेहतरीन काम करते हैं. ऐसे दवाओं के लिए आपस में विवाद करना और स्वास्थ्य को प्रभावित करना ठीक नहीं है. यह कतई नहीं होना चाहिए कि उन्होंने मांगा नहीं, हमने दिया नहीं. कर्तव्य की कमी कतई नहीं होनी चाहिए.
-डॉ वी बी सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, सुलतानपुर