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आखिरी सलाम: बारिश के बीच निकली शहीद की अंतिम यात्रा, उमड़ा जनसैलाब - martyr dinesh kumar kasaudhan

कुपवाडा में शहीद हुए दिनेश कुमार कसौधन का पार्थिव शरीर तीसरे दिन बुधवार देर रात उनके पैतृक गांव पहुंचा. रात से हो रही बारिश गुरुवार सुबह भी जारी रही. गुरुवार को शहीद को अश्रुपूर्णं आंखों से जवानों और उनके परिजनों ने अंतिम विदाई दी.

कुपवाडा में शहीद हुए दिनेश कुमार कसौधन
कुपवाडा में शहीद हुए दिनेश कुमार कसौधन
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Published : Sep 16, 2021, 9:05 PM IST

Updated : Sep 16, 2021, 10:32 PM IST

सुलतानपुर: कुपवाडा बॉर्डर पर शहीद हुए अमेठी के लाल दिनेश कुमार कसौधन को अंतिम सलामी देने के लिए दोनों जिले से बड़ी संख्या में लोग श्मशान घाट पर एकत्र हुए. शहीद की अंतिम यात्रा में आसमान भी रो पड़ा. अश्रुपूर्णं आंखों से जवानों ने शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया. रास्ते में लोगों ने 'वंदे मातरम' और 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' के नारे लगाए.

बारिश के बीच निकली शहीद की अंतिम यात्रा
गार्ड ऑफ ऑनर
गार्ड ऑफ ऑनर

अमेठी जिले के पीपरपुर थाना क्षेत्र के दुर्गापुर कस्बे का स्थानीय निवासी दिनेश कुमार कसौधन जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के तंगधार पाकिस्तान की सीमा पर बीएसएफ 27वीं बटालियन में तैनात थे. बीते सोमवार को ड्यूटी के दौरान सीमा पर लगी फेंसिंग की चपेट में आने से दिनेश झुलस गए. इलेक्ट्रिक शॉक लगने के बाद पास के जवानों ने चीख-पुकार करके इलेक्ट्रिक सप्लाई को बंद कराया. जिसके बाद उन्हें सिविल अस्पताल तंगधार ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. शहीद दिनेश कसौधन 11 साल पहले बीएसएफ में जीडी सैनिक के रूप में भर्ती हुए थे. इनकी ट्रेनिंग राजस्थान में हुई थी. 2 वर्ष बीतने के बाद कोलकाता में इनका तबादला हो गया था, जहां से वह श्रीनगर के लिए रवाना हुए थे.

शहीद की अंतिम यात्रा.
शहीद की अंतिम यात्रा.
कुपवाडा में शहीद हुए दिनेश कुमार कसौधन
कुपवाडा में शहीद हुए दिनेश कुमार कसौधन

साल 2013 में रायबरेली के बछरावां में उनकी शादी गायत्री से हुई थी. पत्नी गायत्री महिला हेल्प डेस्क 1090 लखनऊ में हेड ऑफिस में कार्यरत हैं. शहीद अपने पीछे एक बेटी और बेटा को छोड़ गए हैं. बता दें कि शहीद के पिता अजय कुमार का 2018 में ही निधन हो चुका है, घटना से शहीद की मां शारदा देवी स्तब्ध हैं.

सुलतानपुर: कुपवाडा बॉर्डर पर शहीद हुए अमेठी के लाल दिनेश कुमार कसौधन को अंतिम सलामी देने के लिए दोनों जिले से बड़ी संख्या में लोग श्मशान घाट पर एकत्र हुए. शहीद की अंतिम यात्रा में आसमान भी रो पड़ा. अश्रुपूर्णं आंखों से जवानों ने शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया. रास्ते में लोगों ने 'वंदे मातरम' और 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' के नारे लगाए.

बारिश के बीच निकली शहीद की अंतिम यात्रा
गार्ड ऑफ ऑनर
गार्ड ऑफ ऑनर

अमेठी जिले के पीपरपुर थाना क्षेत्र के दुर्गापुर कस्बे का स्थानीय निवासी दिनेश कुमार कसौधन जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के तंगधार पाकिस्तान की सीमा पर बीएसएफ 27वीं बटालियन में तैनात थे. बीते सोमवार को ड्यूटी के दौरान सीमा पर लगी फेंसिंग की चपेट में आने से दिनेश झुलस गए. इलेक्ट्रिक शॉक लगने के बाद पास के जवानों ने चीख-पुकार करके इलेक्ट्रिक सप्लाई को बंद कराया. जिसके बाद उन्हें सिविल अस्पताल तंगधार ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. शहीद दिनेश कसौधन 11 साल पहले बीएसएफ में जीडी सैनिक के रूप में भर्ती हुए थे. इनकी ट्रेनिंग राजस्थान में हुई थी. 2 वर्ष बीतने के बाद कोलकाता में इनका तबादला हो गया था, जहां से वह श्रीनगर के लिए रवाना हुए थे.

शहीद की अंतिम यात्रा.
शहीद की अंतिम यात्रा.
कुपवाडा में शहीद हुए दिनेश कुमार कसौधन
कुपवाडा में शहीद हुए दिनेश कुमार कसौधन

साल 2013 में रायबरेली के बछरावां में उनकी शादी गायत्री से हुई थी. पत्नी गायत्री महिला हेल्प डेस्क 1090 लखनऊ में हेड ऑफिस में कार्यरत हैं. शहीद अपने पीछे एक बेटी और बेटा को छोड़ गए हैं. बता दें कि शहीद के पिता अजय कुमार का 2018 में ही निधन हो चुका है, घटना से शहीद की मां शारदा देवी स्तब्ध हैं.

Last Updated : Sep 16, 2021, 10:32 PM IST
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