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सुलतानपुर: सभासदों ने चेयरमैन पर लगाया पक्षपात करने का आरोप, जिलाधिकारी ने की कार्रवाई - councilors accused of bias on municipal chairman

उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में नगर पालिका चेयरमैन अपने चहेते ठेकेदारों को टेंडर दिलाने के मामले में फंसती नजर आ रही है. सभासदों ने इस बात का विरोध करते हुए जिलाधिकारी को बताया कि नगर पालिका की चैयरमैन ने पक्षपाती होकर ठेकेदारों को टेंडर दिलाया है.

सभासदों ने चेयर मैन पर पक्षपाती होने का लगाया आरोप.
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Published : Sep 4, 2019, 9:55 AM IST

सुलतानपुर: नगर पालिका चेयरमैन और सभासदों के बीच चल रही लड़ाई में जिलाधिकारी ने सभासदों को जीत का ताज पहना दिया है. चहेते ठेकेदारों को टेंडर देने की चेयरमैन की मंशा पर पानी फिर गया है. जिलाधिकारी ने नगरपालिका के विकास कार्यों से संबंधित टेंडर के लिए ठेकेदारों की चयन की प्रक्रिया को फिर से शुरू करने का आदेश दिया है.

सभासदों ने चेयर मैन पर पक्षपाती होने का लगाया आरोप.

इसे भी पढ़ें- नगर निगम ने चलाया पॉलीथिन चेकिंग अभियान, लगाया जुर्माना

  • मामला नगर पालिका में ठेकेदारों के पंजीकरण का है.
  • नगर पालिका चेयरमैन बबीता जायसवाल ने अपने चहेते ठेकेदारों को टेंडर प्रक्रिया में शामिल किया था.
  • जिलेभर के ठेकेदारों को काम करने की वजह नगरपालिका के कुछ चुनिंदा ठेकेदारों का चयन कर सूची बनाई गई थी.
  • इन ठेकेदारों को टेंडर प्रक्रिया में शामिल किया गया था.
  • इस पक्षपात को सभासद मंजू, अमोल बाजपेई और अजय सिंह ने प्रमुखता से जिलाधिकारी के समक्ष उठाया था.
  • जांच प्रक्रिया के दौरान ठेकेदारों की चयन प्रक्रिया को पक्षपातपूर्ण पाया गया.
  • इस पर जिलाधिकारी ने पुरानी ठेकेदारों की चयन प्रक्रिया को अवैध मान लिया है.

ठेकेदार चयन प्रक्रिया में पक्षपात और भ्रष्टाचार के मुद्दे को जिलाधिकारी सी इंदुमती के समक्ष उठाया था. जिस पर उन्होंने यह आदेश पारित किया है कि पूरी प्रक्रिया फिर से शुरू कराई जाए. जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका रविंद्र कुमार को आदेश जारी किया है.
-अमोल बाजपेई, सभासद

सुलतानपुर: नगर पालिका चेयरमैन और सभासदों के बीच चल रही लड़ाई में जिलाधिकारी ने सभासदों को जीत का ताज पहना दिया है. चहेते ठेकेदारों को टेंडर देने की चेयरमैन की मंशा पर पानी फिर गया है. जिलाधिकारी ने नगरपालिका के विकास कार्यों से संबंधित टेंडर के लिए ठेकेदारों की चयन की प्रक्रिया को फिर से शुरू करने का आदेश दिया है.

सभासदों ने चेयर मैन पर पक्षपाती होने का लगाया आरोप.

इसे भी पढ़ें- नगर निगम ने चलाया पॉलीथिन चेकिंग अभियान, लगाया जुर्माना

  • मामला नगर पालिका में ठेकेदारों के पंजीकरण का है.
  • नगर पालिका चेयरमैन बबीता जायसवाल ने अपने चहेते ठेकेदारों को टेंडर प्रक्रिया में शामिल किया था.
  • जिलेभर के ठेकेदारों को काम करने की वजह नगरपालिका के कुछ चुनिंदा ठेकेदारों का चयन कर सूची बनाई गई थी.
  • इन ठेकेदारों को टेंडर प्रक्रिया में शामिल किया गया था.
  • इस पक्षपात को सभासद मंजू, अमोल बाजपेई और अजय सिंह ने प्रमुखता से जिलाधिकारी के समक्ष उठाया था.
  • जांच प्रक्रिया के दौरान ठेकेदारों की चयन प्रक्रिया को पक्षपातपूर्ण पाया गया.
  • इस पर जिलाधिकारी ने पुरानी ठेकेदारों की चयन प्रक्रिया को अवैध मान लिया है.

ठेकेदार चयन प्रक्रिया में पक्षपात और भ्रष्टाचार के मुद्दे को जिलाधिकारी सी इंदुमती के समक्ष उठाया था. जिस पर उन्होंने यह आदेश पारित किया है कि पूरी प्रक्रिया फिर से शुरू कराई जाए. जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका रविंद्र कुमार को आदेश जारी किया है.
-अमोल बाजपेई, सभासद

Intro:एक्सक्लुसिव खबर
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शीर्षक : सभासदों के वार से नपा चेयरमैन धड़ाम, चहेते ठेकेदारों को बाहर का रास्ता।


एंकर : सुल्तानपुर में नगर पालिका चेयरमैन और सभासदों के बीच चल रही रार में जिलाधिकारी ने सभासदों को जीत का ताज पहना दिया है। चहेते ठेकेदारों को टेंडर देने की चेयरमैन की मंशा पर पानी फिर गया है। जिलाधिकारी ने नगरपालिका के विकास कार्यों से संबंधित टेंडर के लिए ठेकेदारों की चयन की प्रक्रिया को फिर से शुरू करने का आदेश दिया है। आदेश से महिला चेयरमैन बबीता जायसवाल को बड़ा झटका लगा है।




Body:वीओ : मामला नगर पालिका में ठेकेदारों के पंजीकरण से जुड़ा हुआ है। नगर पालिका चेयरमैन बबीता जायसवाल ने अपने चहेते ठेकेदारों को टेंडर प्रक्रिया में शामिल करने के लिए शासनादेश को ठेंगा दिखा दिया था। जिलेभर के ठेकेदारों को काम करने की वजह नगरपालिका के कुछ चुनिंदा ठेकेदारों का चयन कर सूची बनाई गई थी और इन्हें टेंडर प्रक्रिया में शामिल किया गया था। इस पक्षपात को सभासद मंजू, अमोल बाजपेई और अजय सिंह ने प्रमुखता से जिलाधिकारी के समक्ष उठाया था। जांच प्रक्रिया के दौरान ठेकेदारों की चयन प्रक्रिया को पक्षपातपूर्ण पाया गया है। जिस पर जिलाधिकारी ने पुरानी ठेकेदारों की चयन प्रक्रिया को अवैध मान लिया है।


Conclusion:बाइट : सभासद अमोल बाजपाई कहते हैं कि ठेकेदार चयन प्रक्रिया में पक्षपात और भ्रष्टाचार के मुद्दे को उन्होंने जिलाधिकारी सुल्तानपुर सी इंदुमती के समक्ष उठाया था। जिस पर उन्होंने यह आदेश पारित किया है कि पूरी प्रक्रिया फिर से शुरू कराई जाए। पंजीकरण नवीनीकरण ठेकेदारों का फिर से कराने के बाद ही ईटेंडरिंग और निविदा की कार्यवाही की जाए । उन्होंने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका रविंद्र कुमार को आदेश जारी किया है।


आशुतोष मिश्रा, सुल्तानपुर, 94 15049 256
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