सुलतानपुर: कोविड-19 की जांच में अब सुलतानपुर में आसानी होगी. ट्रूनेट मशीन से जांच का काम आसान हो जाएगा. इस आधुनिक मशीन से एक घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट आ जाती है. यह एक अलग श्रेणी की मशीन है, जो संक्रमण फैलने से भी रोकती है. अगर जांच रिपोर्ट निगेटिव आती है तो इसका मतलब रिपोर्ट निगेटिव है, यदि रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो दोबारा जांच कराने की जरूरत पड़ती है.
ट्रूनेट मशीन के प्रयोग से कोरोना टेस्ट कम समय में हो जाएगा और अस्पताल में कोरोना मरीजों की भीड़ भी इकट्ठा नहीं होगी. ऐसे में बाकी मरीजों के इलाज के लिए डॉक्टर्स को समय मिलेगा. इसके साथ ही कई ऐसे मरीज जिनका ऑपरेशन होना है, उनकी कोरोना जांच पहले ही कर ली जाएगी. इससे उन लोगों को कई दिनों तक तकलीफों का सामना नहीं करना पड़ेगा.
कहा जा रहा है कि जिले के 14 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 45 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला पुरुष अस्पताल और महिला अस्पताल समेत निजी अस्पताल 500 के करीब हैं. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सात दिनों में आ रही हैं, क्योंकि शवों की कोरोना जांच भी करानी पड़ रही है मगर अब इस मशीन से ये साफ हो जाएगा कि मृतक को कोरोना था या नहीं. गर्भवती महिलाओं को भी ऑपरेशन कराने में अब तकलीफ नहीं होगी. उनका भी झटपट टेस्ट हो जाएगा. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सीवीएन त्रिपाठी ये जानकारी दी है.
ऑपरेशन करने में होगी आसानी
डॉ. सीवीएन त्रिपाठी ने बताया कि महिलाओं के गर्भाशय, पथरी, हाइड्रोसील, हर्निया, आंत के ऑपरेशन, आंख के ऑपरेशन, हृदय शल्य चिकित्सा और किडनी ट्रांसप्लांट जैसे अति आवश्यक ऑपरेशन लंबे समय से नहीं हो पा रहे थे. यह मशीन बेहद विश्वसनीय है और इसे जिला अस्पताल में इंस्टॉल किया जा रहा है. कोविड-19 संक्रमण रिपोर्ट आने के बाद पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टर राजी हो रहे हैं.
ट्रूनेट मशीन कैसे करती है काम
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसके गोयल कहते हैं कि गोवा कंपनी द्वारा निर्मित मोबिलियो की तरफ से ट्रूनेट मशीन बनाई गई है. सैंपल की जांच कोविड-19 के ग्रोथ के आधार पर पहले की जाती थी. यह मशीन जीन डिटेक्ट करती है. इससे 1 दिन में लगभग 15 नमूनों की जांच होती है. आरएनए स्ट्रक्चर का कोविड-19 कई टुकड़ों में इस मशीन से तोड़ दिया जाता है. इसके बाद कोविड-19 से सैंपल का मिलान किया जाता है. दोनों जीन एक साथ होने की दशा में कोविड-19 की पुष्टि की जाती है. जांच के बाद विषाणु नष्ट हो जाते हैं. जिला अस्पताल में स्थापित की गई ट्रूनेट मशीन से जांच शुरू कर दी गई है.