ETV Bharat / state

सुलतानपुर: हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी फरियादी को नहीं मिला न्याय - सुलतानपुर में फरियादी को नहीं मिला न्याय

उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी एक फरियादी को उसकी जमीन पर कब्जा नहीं मिल पाया है. हाईकोर्ट ने जब इस मामले में शिकंजा कसा तो अफसरों ने फरियादी को कब्जा दिलाने की कार्रवाई शुरू की.

Etv Bharat
फरियादी को नहीं मिला न्याय.
author img

By

Published : Dec 10, 2019, 4:34 PM IST

सुलतानपुर: जिले में एक फरियादी को न्याय पाने के लिए हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद 6 साल तक दौड़ना पड़ रहा है. सदर तहसील अंतर्गत कस्बा छावनी में 2003 में नीलामी के जरिए पंकज सिंह जमीन के स्वामी बने थे. पंकज सिंह अपनी जमीन के एवज में अब तक लाखों रुपए खर्च कर चुके हैं. 7 साल तक प्रशासनिक अफसरों की बेरुखी पर पंकज ने 2010 में हाईकोर्ट का रुख किया. उच्च न्यायालय ने 2013 में कब्जा दिलाने का आदेश जारी किया. इस पर भी अफसरों ने ध्यान नहीं दिया.

फरियादी को नहीं मिला न्याय.

फरियादी को कब्जा दिलाने की कार्रवाई शुरू
इस मामले में जब हाईकोर्ट ने शिकंजा कसा और अब तक की हुई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी तो अफसर कमरों से बाहर निकल कर आए. मंगलवार को पूरी प्रशासनिक टीम और पुलिस अमले के साथ मौके पर पहुंची और फरियादी को कब्जा दिलाने की कार्रवाई शुरू की गई.

एसडीएम सदर लालजी राम ने बताया कि 2003 में तत्कालीन एसडीएम की तरफ से जमीन का बैनामा कराया गया था. पंकज सिंह जमीन के स्वामी बने थे. 2010 तक कब्जा नहीं मिल पाने पर पंकज सिंह हाईकोर्ट चले गए थे. हाईकोर्ट से 2013 में इन्हें कब्जा दिलाने का आदेश जारी किया गया. इसके बाद एक समय पथराव और बवाल की स्थिति प्रशासन के सामने आई, जिस पर एफआईआर दर्ज कराई गई थी. अब हाईकोर्ट ने डायरेक्शन दिया है और कब्जा बेदखल कराया जा रहा है.

सुलतानपुर: जिले में एक फरियादी को न्याय पाने के लिए हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद 6 साल तक दौड़ना पड़ रहा है. सदर तहसील अंतर्गत कस्बा छावनी में 2003 में नीलामी के जरिए पंकज सिंह जमीन के स्वामी बने थे. पंकज सिंह अपनी जमीन के एवज में अब तक लाखों रुपए खर्च कर चुके हैं. 7 साल तक प्रशासनिक अफसरों की बेरुखी पर पंकज ने 2010 में हाईकोर्ट का रुख किया. उच्च न्यायालय ने 2013 में कब्जा दिलाने का आदेश जारी किया. इस पर भी अफसरों ने ध्यान नहीं दिया.

फरियादी को नहीं मिला न्याय.

फरियादी को कब्जा दिलाने की कार्रवाई शुरू
इस मामले में जब हाईकोर्ट ने शिकंजा कसा और अब तक की हुई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी तो अफसर कमरों से बाहर निकल कर आए. मंगलवार को पूरी प्रशासनिक टीम और पुलिस अमले के साथ मौके पर पहुंची और फरियादी को कब्जा दिलाने की कार्रवाई शुरू की गई.

एसडीएम सदर लालजी राम ने बताया कि 2003 में तत्कालीन एसडीएम की तरफ से जमीन का बैनामा कराया गया था. पंकज सिंह जमीन के स्वामी बने थे. 2010 तक कब्जा नहीं मिल पाने पर पंकज सिंह हाईकोर्ट चले गए थे. हाईकोर्ट से 2013 में इन्हें कब्जा दिलाने का आदेश जारी किया गया. इसके बाद एक समय पथराव और बवाल की स्थिति प्रशासन के सामने आई, जिस पर एफआईआर दर्ज कराई गई थी. अब हाईकोर्ट ने डायरेक्शन दिया है और कब्जा बेदखल कराया जा रहा है.

Intro:शीर्षक : हाईकोर्ट के आदेश पर भी 6 साल तक नहीं दिया न्याय, गर्दन फंसी तो भागे अफसर।


एंकर : करते हैं न्याय का साम्राज्य है कानून से ऊपर कोई नहीं है लेकिन एक सामान्य फरियादी को न्याय पाने के लिए हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद 6 साल तक दौड़ाया गया एसडीएम हो या डीएम या फिर पुलिस अधीक्षक फरियादी चौखट चूमता रहा अफसर संवेदनहीन बनी रहे जब हाईकोर्ट ने अफसरों की गर्दन पर फांसी लगा दी तो अफसरों की दौड़ देखते ही बन रही है परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है और कब्जा दिलाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।


Body:वीओ : मामला सुल्तानपुर जिले के सदर तहसील अंतर्गत कस्बा छावनी से जुड़ा हुआ है। जहां सत्र 2003 में नीलामी के जरिए पंकज सिंह जमीन के स्वामी बने थे। इस दौरान पंकज सिंह अपनी जमीन के एवज में लाखों रुपए खर्च कर चुके। 7 साल तक प्रशासनिक अफसरों की बेरुखी पर हाईकोर्ट का रुख किया ।उच्च न्यायालय ने 2003 में कब्जा दिलाने का आदेश जारी किया। इस पर भी अवसर नहीं सुने बेपरवाही बनी रही। फरियादी दौड़ता रहा। जब हाईकोर्ट ने सिकंदर का साथ कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी तो अफसर कमरों से बाहर निकल आए। मैदान में दौड़ने लगे। मंगलवार को पूरी टीम प्रशासनिक और पुलिस अमले के साथ मौके पर पहुंची और कब्जा दिलाने की कार्रवाई शुरू की गई।


Conclusion:बाइट : 2003 मैं तत्कालीन एसडीएम की तरफ से जमीन का बैनामा कराया गया था। पंकज सिंह जमीन के स्वामी बने थे। 2010 तक कब्जा नहीं मिल पाने पर पंकज सिंह हाई कोर्ट चले गए थे। हाई कोर्ट से 2013 में इन्हें कब्जा दिलाने का आदेश जारी किया गया। इसके बाद एक समय पथराव और बवाल की स्थिति प्रशासन के सामने आई। जिस पर एफ आई आर दर्ज कराई गई थी । अब हाईकोर्ट ने डायरेक्शन दिया है। कब्जा बेदखल कराया जा रहा है।
लालजी राम एसडीएम सदर सुल्तानपुर


आशुतोष मिश्रा, सुल्तानपुर , 94 15049 256
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.