सुलतानपुरः जयसिंहपुर कोतवाली क्षेत्र में दबिश देने गए आबकारी विभाग के अधिकारी और तीन पुलिसकर्मियों ने महिला के घर में रखे रुपये और जेवर छीनने का आरोप लगा था. पीड़ित पक्ष ने मामले की शिकायत थाना पुलिस की थी, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद पीड़ित पक्ष ने न्यायालय में न्याय की गुहार लगाई थी. न्यायिक मजिस्ट्रेट ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था, कोर्ट के आदेश पर रविवार को पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है.
जयसिंहपुर थाना क्षेत्र के मलवा करौदीकला गांव में 29 मई 2022 को जिला आबकारी विभाग के दारोगा महेंद्र प्रताप वर्मा चार आबकारी विभाग के सिपाहियों के साथ सुमित्रा के घर दबिश देने पहुंचे हुए थे. दबिश के दौरान दारोगा समेत अन्य लोगों ने घर पर रखा पैसा व महिलाओं के जेवरात छीन लिए थे. इसका विरोध करने पर परजनों को जान से मार डालने की धमकी भी दी गई थी.
स्थानीय पुलिस की तरफ से कार्रवाई नहीं किए जाने पर पीड़ित पक्ष पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा से मिला था. आला अधिकारियों की तरफ से भी सुनवाई नहीं करने पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट में मुकदमा दर्ज करने संबंधित अर्जी पड़ी थी. न्यायालय ने स्थानीय पुलिस से रिपोर्ट तलब की थी. कोर्ट के आदेश पर शुरू हुई जांच पड़ताल के दौरान आबकारी विभाग के अफसर मामले की लीपापोती करने के लिए स्थानीय पुलिस पर प्रभाव जमाते भी देखे गए. इसके आधार पर आबकारी निरीक्षक महेंद्र प्रताप वर्मा समेत चार सिपाहियों के खिलाफ डकैती व अन्य धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है. पुलिस ने साक्ष्य के आधार पर विवेचना की कार्रवाई भी शुरू कर दी है.
कोतवाल प्रेमचंद्र ने बताया कि दारोगा समेत चार अज्ञात सिपाहियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. साक्ष्य के आधार पर जांच-पड़ताल की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. पूरे मामले में मारपीट की घटना भी सामने आई है.
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