सुलतानपुर : फर्जी अंकपत्र के आधार पर नौकरी पाने वाले 9 शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई की तलवार लटक गई है. शिक्षा विभाग इन फर्जी शिक्षकों पर एक बार फिर कार्रवाई करने के मूड में आ गया है. 15 में से महज 6 शिक्षकों पर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद 9 को संरक्षण में रखा जा रहा था, जिसे शासन ने संज्ञान लिया है. इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी की भी काफी किरकिरी हुई है. अब विभागीय अफसर जाग उठे हैं. प्राइमरी स्कूल के गुरुजी पर मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
दरअसल, खंड शिक्षा अधिकारियों की तरफ से लापरवाही बरते जाने का मामला सामने आया था. जिस पर शासन ने अनियमित तरीके से नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों की बर्खास्तगी के बाद प्रथम सूचना रिपोर्ट नहीं दर्ज होने पर अधिकारियों को तलब किया था. महज 3 पर प्राथमिकी दर्ज कराए जाने पर बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने बीएसए से पूछताछ की. नाराजगी व्यक्त करते हुए लंबित कार्रवाई जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है. बीएसए सुलतानपुर से इस मामले में जवाब तलब किया गया है.
9 फर्जी शिक्षकों पर दर्ज होगा केस
मामले में सुल्तानपुर बेसिक शिक्षा अधिकारी दीवान सिंह ने बताया कि फर्जी अंकपत्र लगाकर नौकरी पाने का मामला सामने आया था. इसमें तीन स्पेशल टास्क फोर्स, दो एसआईटी व 15 सामान्य जांच प्रक्रिया में पकड़े गए थे. सभी अट्ठारह को बर्खास्त किया जा चुका है. एसटीएफ और एसआईटी के शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है. 15 में से 6 शिक्षकों पर पहले ही प्रथम सूचना रिपोर्ट पंजीकृत कराई जा चुकी है. शेष 9 शिक्षकों पर मुकदमा लिखाने की कार्रवाई चल रही है.
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शिक्षा महकमे में फिर मचा हड़कंप
पूरे मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी दीवान सिंह ने एबीएसए को सख्त कार्रवाई कर तत्काल अवगत कराने का निर्देश दिया है. मामले में शिक्षा विभाग की किरकिरी होने के बाद वो ऐसी तत्परता भरते हुए देखे जा रहे हैं. वहीं जिन 9 शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की गई है, उनमें हड़कंप का माहौल देखा जा रहा है.