सुलतानपुर : पूर्व केंद्रीय मंत्री व सुलतानपुर से सांसद मेनका गांधी ने सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र के कई गांव का भ्रमण किया. इस दौरान उन्होंने गांव में चौपाल लगाकर लोगो की समस्याएं सुनीं. इसके बाद मेनका गांधी 1 जुलाई को सड़क हादसे का शिकार हुए लोगों के घर पहुंचीं. सड़क दुर्घटना में मृत 6 लोगों के घर पहुंचकर मेनका गांधी ने उनके परिजनों को सांत्वना दी. साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री ने मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद देने के लिए जिलाधिकारी को निर्देशित किया.
गौरतलब है कि बीजेपी की आला कमान के निर्देश पर पार्टी ने 255 कमजोर बूथों को चिन्हित किया है. पार्टी के सांसद-विधायकों की एक 6 सदस्यीय समिति इन कमजोर बूथों पर पहुंचकर लोगों से संवाद कर रही है. पूर्व केंन्द्रीय मंत्री व सुलतानपुर की सांसद मेनका गांधी ने बताया कि पार्टी ने 6 वरिष्ठ लोगों को जिम्मेदारी सौंपी है कि वह कमजोर बूथों पर लोगों से संवाद करें और कमियों को दूर करें.
मेनका गांधी ने बताया कि वह उन सभी स्थानों पर जन संवाद करने पहुंच रही हैं, जिन स्थानों से बीजेपी को हार मिली है. उन्होंने कहा कि हम बेहतर करने की दिशा में काम कर रहे हैं. रोजगार की दिशा में प्रयास कर रहे हैं. यदि हर घर के एक व्यक्ति को नौकरी मिल जाए, तो कितनी अच्छी बात है. घर की मुसीबत चली जाएगी. इस दौरान उन्होंने अपनी ही सरकार के सिस्टम पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि आपको कुछ कराना है तो पॉलिथीन को बंद कराइए. पॉलीथीन का उपयोग नहीं कराना है, यह आप 40 साल से बोल रहे हैं, इससे अच्छा तो आप पॉलीथीन को बंद करा दिजिए.
मेनका गांधी ने खेत में रोपे धान
सुलतानपुर दौरे के समय रास्ते में मेनका गांधी ने कुछ ग्रामीण महिलाओं को धान की रोपाई करते देखा. ग्रामीण महिलाओं को देखकर मेनका गांधी ने खेत पर जाकर महिलाओं के साथ धान की रोपे. ग्रामीण महिलाओं के साथ धान रोपते समय मेनका गांधी काफी उत्साहित दिखीं.
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