सुलतानपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वोकल फॉर लोकल योजना को पुलिस ने प्राथमिकता से अपनाया है. पुलिस चौकी, थाने और कोतवाली में खाकी डब्बे लगाकर शहद वैक्स, और परपोलिस पुलिस तैयार करेगी. व्यवसायिक दृष्टिकोण अपनाते हुए इसकी मार्केटिंग की जाएगी. उत्पाद बिकने के बाद आर्थिक ढांचे से स्टेशन पर आने वाले फरियादियों की आवभगत की जाएगी. आपात स्थिति में फंसने वाले पुलिसकर्मियों को त्वरित सहायता प्रदान की जाएगी.
पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविंद चतुर्वेदी की तरफ से सुलतानपुर जिले के कुड़वार और धम्मौर थाने को मधुमक्खी पालन के लिए चयनित किया गया है. दोनों थाना क्षेत्र में 25-25 रानी मधुमक्खी के डिब्बे लगाए गए हैं. इनकी निगरानी के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है. इन्हें विशेष ट्रेनिंग के जरिए मधुमक्खी पालन के लिए तैयार किया जा रहा है.
धनराशि से पुलिस स्टेशन का रखरखाव होगा
पुलिस अधीक्षक डॉ अरविंद चतुर्वेदी कहते हैं कि मधु मिशन शासन की प्राथमिकता में है. पुलिस स्टेशन थाना कोतवाली के आसपास जहां स्थान की उपलब्धता है, वहां हम मधुमक्खी पालन कराएंगे. 50 मधुमक्खी के डिब्बों से इसकी शुरुआत की गई है. 25 - 25 डिब्बे कुड़वार और धम्मौर थाना क्षेत्र में रखे गए हैं.
आगे आएं युवा कम पूंजी में हम देंगे रोजगार
सुलतानपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ अरविंद चतुर्वेदी ने कहा कि बहुत कम पूंजी से आपको इसका लाभ मिल सकता है. हमारा प्रयास है कि थाने और चौकियों के बेहतर रखरखाव के लिए मधुमक्खी पालन शुरू किया जा रहा है. पुलिसकर्मियों के कल्याण के लिए भी धनराशि उपयोग की जाएगी. इससे चार चीजें प्राप्त होती हैं. शहद, मोम , वैक्स और पॉलिश, जिनके पास थोड़ी पूंजी है, ऐसे बेरोजगार युवा आगे आएं. जिलाधिकारी की तरफ से प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है. रोजगार के लिए स्थापित मधु मिशन पहल का लाभ उठाएं.
प्रशिक्षित किए जा रहे पुलिसकर्मी
धम्मौर थाना अध्यक्ष रवि कुमार सिंह की मानें तो दो प्रशिक्षित कर्मचारियों के यहां लगाया गया है, जिन्हें जाली मुहैया कराई गई है. सिर के हिस्से में जाली पहनकर मधुमक्खियों के डिब्बे का रखरखाव करते हैं. यह मधुमक्खियां काटती नहीं हैं. आसानी से फेरबदल किया जा सकता है. पुलिस कर्मियों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है.