फर्रुखाबाद : लेह में शहीद हुए फर्रुखाबाद के लाल सुनील कुमार प्रजापति को बुधवार को अंतिम विदाई दी गई. मोहम्मदाबाद क्षेत्र के गांव दुल्लामेई निवासी राजबहादुर के पुत्र नायब सूबेदार सुनील कुमार प्रजापति (35) 71 इंजीनियर रेजीमेंट में थे. उनकी तैनाती लेह के चुम्माथांग इलाके में थी. विगत 16 फरवरी को वह साथी जवान के साथ कैंप से निकले. तभी पास ही पानी की टंकी में अचानक विस्फोट हो गया और दोनों घायल हो गए थे. सुनील की शहादत के बाद उनका पार्थिव शरीर उनके गांव लाया गया, जहां सेना के अफसरों, जिले के आलाधिकारियों और सांसद की मौजूदगी में अंतिम विदाई दी गई. वहीं, मुख्यमंत्री के निर्देश पर शहीद सैनिक शहीद सैनिक के परिजनों को 50 लाख रुपए सहायता राशि भी दी गई है.
शहीद सुनील कुमार के तीन बच्चे हैं. बड़ा पुत्र ईशू (11), बेटी गौरी (07) और ईशा (04) है. बलिदानी सुनील घर में बड़े थे. छोटा भाई अनिल और बहन अनीता है. अनीता मेडिकल की पढ़ाई कर रही है. ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बबलू ने बताया कि सुनील 2009 में सेना में भर्ती हुए थे. कुछ दिन पूर्व परिजनों से बात हुई थी. परिजनों के मुताबिक सुनील ने बताया था कि उनकी रेजीमेंट जल्द ही भटिंडा जा रही है. वह नई तैनाती पर पहुंचने के बाद बात करेंगे. परिजनों से हालचाल लेकर ढांढस बंधाया. हादसे की खबर सुनते ही गांव वाले भी सन्न रह गए. शहीद का पूरा परिवार मुक्तसर पंजाब में ही रहता है. शादी आदि कार्यक्रमों में लोग गांव आते-जाते हैं. दिसंबर में 3 दिन के अवकाश पर सुनील कुमार अपने पैतृक गांव दुल्लामेई आए थे.
वहीं सीएम योगी के निर्देश पर परिजनों को राज्य सरकार की तरफ से मंत्री जयवीर सिंह ने 50 लाख रुपये की अनुग्रह अनुदान राशि प्रदान की है. इस दौरान सांसद मुकेश राजपूत, जिला पंचायत अध्यक्ष मोनिका यादव, विधायक अमृतपुर सुशील शाक्य, विधायक भोजपुर नागेंद्र सिंह राठौर, जिलाध्यक्ष भाजपा रूपेश गुप्ता, जिलाधिकारी फर्रूखाबाद आशुतोष कुमार द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी भी मौजूद रहे. इसमें शहीद सैनिक की पत्नी रेखा को 35 लाख व पिता राज बहादुर को 15.00 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई.
बुधवार सुबह करीब 10 बजे शहीद जेसीओ सुनील कुमार का उनके पैतृक गांव दुल्लामेई में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. पुत्र ईशू ने शहीद पिता को मुखाग्नि दी.