सुलतानपुरः बाहुबली पूर्व विधायक चंद्रभद्र सिंह 'सोनू' की नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य बहन अर्चना सिंह मुकदमा दर्ज होने के बाद तल्ख अंदाज में नजर आई. बुधवार को पत्रकार वार्ता कर उन्होंने कहा कि हर महिला को आत्मरक्षा के लिए हथियार चलाना आना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं पहले भी असलहा चलाती रही हूं और आगे भी चलाती रहूंगी. 5 साल 10 साल पुराने वीडियो पर अब कार्रवाई क्यों की गई है. अब तक क्यों नहीं एक्शन लिया गया. दरअसल असलहे से फायरिंग करते हुए अर्चना सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो वायरल होने के बाद अर्चना सिंह के खिलाफ धनपतगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.
वहीं, बाहुबली पूर्व ब्लाक प्रमुख यश भद्र सिंह ने कहा कि हम अपने घर में पत्रकार वार्ता नहीं करना चाहते थे. लेकिन हमें अपने घर से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है. पुलिस मंगलवार शाम को हमारी तलाशी लेती रही, लगातार हमें दौड़ लगवाती रही. मुझे जबरन गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा था. मेरे साथ और मेरे परिवार और समर्थकों के साथ अत्याचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारा भी समय बदलेगा. लेकिन हम इस घटना को भूलेंगे नहीं. जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए मेरी बहन अर्चना सिंह प्रयासरत हैं, इसीलिए यह सब हो रहा है कि हम अपने घर बैठ जाएं लड़े नहीं.
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बता दें कि सुलतानपुर जिले के धनपतगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत मायंग निवासी पूर्व विधायक चंद्रभान की बहन अर्चना सिंह पत्नी पंकज सिंह निवासी जिला बस्ती इस बार जिला पंचायत सदस्य के रूप में अपने मायके से विजयी हुई हैं. अर्चना सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष पद की दावेदार के रूप में भी सामने आई हैं. वहीं दूसरे पक्ष से शिव कुमार सिंह की पत्नी उषा सिंह का नाम चर्चा में चल रहा है. वार्ड नंबर 24 से अर्चना सिंह लगभग 13,700 और वार्ड नंबर 25 से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष उषा सिंह 14900 वोट से विजयी रही हैं. दोनों अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार हैं. लंबे समय से दोनों पक्षों के बीच विवाद चला आ रहा है.
बाहुबली पूर्व विधायक चंद्रभद्र सिंह सोनू और उनके भाई पूर्व ब्लॉक प्रमुख यशभद्र सिंह मोनू के बीच लंबे समय से टकराव चल रहा है. बीते दिनों नगर कोतवाली में अवैध असलहा रखने और महामारी एक्ट के तहत उनके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया था. मामले में 18 घंटे से अधिक समय तक नगर कोतवाली में यश भद्र सिंह को रोका गया था.