सुलतानपुर: पुलिस और क्राइम ब्रांच कैसे व्यवसायियों से वसूली करती है, इसका सच सुलतानपुर में मंगलवार को देखने को मिला. मृतक सत्य प्रकाश शुक्ला के भाई ने सुलतानपुर जिला अस्पताल में पंचनामा के दौरान ईटीवी भारत से पुलिसिया वसूली का सच बयां किया. उन्होंने कहा कि उनसे भी 13 लाख की मांग की जा रही थी. वहीं रुपये न देने पर फंसाने की धमकी भी मिल रही थी.
मृतक सत्य प्रकाश के भाई ने बताया कि हमारे यहां बैंक है और मैं बैंक का ओनर हूं. उन्होंने बताया कि यूको बैंक में 20 दिन पहले चोरी हुई थी. वहां से भादर के कैशियर और मैनेजर कैश लेकर जा रहे थे. रास्ते में ही किसी ने 26 लाख रुपये की छिनैती कर ली. उस केस में लगातार छानबीन चल रही थी. पुलिस किसी से पांच हजार तो किसी से 30 हजार और किसी से एक लाख लेकर छोड़ रही थी. मेरे भाई से भी पुलिस दो बार पूछताछ कर चुकी है.
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उन्होंने बताया कि सत्य प्रकाश ने कहा था कि मैं हर समय उपलब्ध हूं, जहां आप कहेंगे वहां मैं हूं. इसके बाद पुलिस चुप हो गई. उन्होंने कहा कि मंगलवार रात ढाई बजे गेट तोड़कर पुलिस हमारे घर के कमरों में घुसी. घर का सामान फेंक दिया, एक नन्ही बच्ची थी उसे उठाकर फेंक दिया, गाली गलौज की. हमसे 13 लाख रुपये मांगे जा रहे थे. पीपरपुर पुलिस ने कहा कि तुमको भी पकड़ेंगे. इतना ही नहीं मेरे भतीजे को फंसाने की धमकी दी जा रही थी.
एसपी सिटी मीनाक्षी कात्यायन का कहना है कि परिजनों के हिसाब से पुलिस वाले हिंसक हो गए थे और सत्य प्रकाश को उठाकर ले गए. अगली सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी मौत हो गई. परिजनों की ओर से मुकदमा पंजीकृत किया गया है. पंचनामा पोस्टमार्टम कर कार्रवाई हो रही है. आगे जहां की घटना है, वहां विवेचना ट्रांसफर कर दी जाएगी. परिजनों ने एसओजी और पीपरपुर थाने की पुलिस के खिलाफ मुकदमा लिखाया है.