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अमेठी पुलिस व्यवसायी से मांग रही थी 13 लाख, पीड़ित भाई ने सुनाया पुलिसिया वसूली का सच

हार्डवेयर कारोबारी सत्य प्रकाश शुक्ला की क्राइम ब्रांच और पीपरपुर पुलिस की कस्टडी में मौत मामले ने तूल पकड़ लिया है. पंचनामा के बाद सत्य प्रकाश के भाई ने पुलिसिया वसूली के बारे में बताया कि किस तरीके से पुलिस फरियादियों से अवैध वसूली करती है.

पुलिस ने की थी 13 लाख की मांग.
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Published : Oct 30, 2019, 9:24 AM IST

सुलतानपुर: पुलिस और क्राइम ब्रांच कैसे व्यवसायियों से वसूली करती है, इसका सच सुलतानपुर में मंगलवार को देखने को मिला. मृतक सत्य प्रकाश शुक्ला के भाई ने सुलतानपुर जिला अस्पताल में पंचनामा के दौरान ईटीवी भारत से पुलिसिया वसूली का सच बयां किया. उन्होंने कहा कि उनसे भी 13 लाख की मांग की जा रही थी. वहीं रुपये न देने पर फंसाने की धमकी भी मिल रही थी.

पुलिस ने की थी 13 लाख की मांग.

मृतक सत्य प्रकाश के भाई ने बताया कि हमारे यहां बैंक है और मैं बैंक का ओनर हूं. उन्होंने बताया कि यूको बैंक में 20 दिन पहले चोरी हुई थी. वहां से भादर के कैशियर और मैनेजर कैश लेकर जा रहे थे. रास्ते में ही किसी ने 26 लाख रुपये की छिनैती कर ली. उस केस में लगातार छानबीन चल रही थी. पुलिस किसी से पांच हजार तो किसी से 30 हजार और किसी से एक लाख लेकर छोड़ रही थी. मेरे भाई से भी पुलिस दो बार पूछताछ कर चुकी है.

इसे भी पढ़ें- अमेठी: पुलिस हिरासत में आरोपी की मौत, अमेठी पुलिस और क्राइम ब्रांच पर FIR दर्ज

उन्होंने बताया कि सत्य प्रकाश ने कहा था कि मैं हर समय उपलब्ध हूं, जहां आप कहेंगे वहां मैं हूं. इसके बाद पुलिस चुप हो गई. उन्होंने कहा कि मंगलवार रात ढाई बजे गेट तोड़कर पुलिस हमारे घर के कमरों में घुसी. घर का सामान फेंक दिया, एक नन्ही बच्ची थी उसे उठाकर फेंक दिया, गाली गलौज की. हमसे 13 लाख रुपये मांगे जा रहे थे. पीपरपुर पुलिस ने कहा कि तुमको भी पकड़ेंगे. इतना ही नहीं मेरे भतीजे को फंसाने की धमकी दी जा रही थी.

एसपी सिटी मीनाक्षी कात्यायन का कहना है कि परिजनों के हिसाब से पुलिस वाले हिंसक हो गए थे और सत्य प्रकाश को उठाकर ले गए. अगली सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी मौत हो गई. परिजनों की ओर से मुकदमा पंजीकृत किया गया है. पंचनामा पोस्टमार्टम कर कार्रवाई हो रही है. आगे जहां की घटना है, वहां विवेचना ट्रांसफर कर दी जाएगी. परिजनों ने एसओजी और पीपरपुर थाने की पुलिस के खिलाफ मुकदमा लिखाया है.

सुलतानपुर: पुलिस और क्राइम ब्रांच कैसे व्यवसायियों से वसूली करती है, इसका सच सुलतानपुर में मंगलवार को देखने को मिला. मृतक सत्य प्रकाश शुक्ला के भाई ने सुलतानपुर जिला अस्पताल में पंचनामा के दौरान ईटीवी भारत से पुलिसिया वसूली का सच बयां किया. उन्होंने कहा कि उनसे भी 13 लाख की मांग की जा रही थी. वहीं रुपये न देने पर फंसाने की धमकी भी मिल रही थी.

पुलिस ने की थी 13 लाख की मांग.

मृतक सत्य प्रकाश के भाई ने बताया कि हमारे यहां बैंक है और मैं बैंक का ओनर हूं. उन्होंने बताया कि यूको बैंक में 20 दिन पहले चोरी हुई थी. वहां से भादर के कैशियर और मैनेजर कैश लेकर जा रहे थे. रास्ते में ही किसी ने 26 लाख रुपये की छिनैती कर ली. उस केस में लगातार छानबीन चल रही थी. पुलिस किसी से पांच हजार तो किसी से 30 हजार और किसी से एक लाख लेकर छोड़ रही थी. मेरे भाई से भी पुलिस दो बार पूछताछ कर चुकी है.

इसे भी पढ़ें- अमेठी: पुलिस हिरासत में आरोपी की मौत, अमेठी पुलिस और क्राइम ब्रांच पर FIR दर्ज

उन्होंने बताया कि सत्य प्रकाश ने कहा था कि मैं हर समय उपलब्ध हूं, जहां आप कहेंगे वहां मैं हूं. इसके बाद पुलिस चुप हो गई. उन्होंने कहा कि मंगलवार रात ढाई बजे गेट तोड़कर पुलिस हमारे घर के कमरों में घुसी. घर का सामान फेंक दिया, एक नन्ही बच्ची थी उसे उठाकर फेंक दिया, गाली गलौज की. हमसे 13 लाख रुपये मांगे जा रहे थे. पीपरपुर पुलिस ने कहा कि तुमको भी पकड़ेंगे. इतना ही नहीं मेरे भतीजे को फंसाने की धमकी दी जा रही थी.

एसपी सिटी मीनाक्षी कात्यायन का कहना है कि परिजनों के हिसाब से पुलिस वाले हिंसक हो गए थे और सत्य प्रकाश को उठाकर ले गए. अगली सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी मौत हो गई. परिजनों की ओर से मुकदमा पंजीकृत किया गया है. पंचनामा पोस्टमार्टम कर कार्रवाई हो रही है. आगे जहां की घटना है, वहां विवेचना ट्रांसफर कर दी जाएगी. परिजनों ने एसओजी और पीपरपुर थाने की पुलिस के खिलाफ मुकदमा लिखाया है.

Intro:ईटीवी भारत खास
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शीर्षक : अमेठी पुलिस व्यवसाई से मांग रही थी 13 लाख, मृतक के भाई ने सुनाया पुलिसिया वसूली का सच।

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नोट : खबर से संबंधित एसपी सिटी की बाइट रैप से भेजी गई है।
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एंकर : थाने की पुलिस और क्राइम ब्रांच कैसे व्यवसायियों से वसूली करती है। इसका सच सुल्तानपुर में मंगलवार को देखने को मिला। मृतक सत्य प्रकाश शुक्ला पूर्व साजन के भाई ने सुल्तानपुर जिला अस्पताल में पंचनामा के दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत में पुलिसिया वसूली का सच बताया। कहा कि उनसे भी ₹1300000 की मांग की जा रही थी। अन्यथा फंसाए दी जाने की धमकी दी मिल रही थी।


Body:वीओ : हार्डवेयर कारोबारी सत्य प्रकाश शुक्ला की क्राइम ब्रांच और पीपरपुर पुलिस की कस्टडी में मौत मामले ने तूल पकड़ लिया है। पंचनामा के बाद ईटीवी भारत से खास बातचीत में सत्य प्रकाश के भाई ने पुलिसिया वसूली का सच बताया। कि किस तरीके से पुलिस फरियादियों से अवैध वसूली करती है।


बाइट : हमारे यहां बैंक है। बैंक का मैं ओनर हूं। यूको बैंक में 20 दिन पूर्व चोरी हुई थी। वहां से भादर के कैशियर और मैनेजर कैश लेकर जा रहे थे । 26 लाख रुपए रास्ते में किसी ने छिनैती कर ली। उस केस में लगातार छानबीन चल रही थी। पुलिस किसी से 50000, किसी से 30,000, किसी से 1 लाख लेकर छोड़ रही थी। मेरे भाई से भी पुलिस दो बार पूछताछ कर चुकी है। मेरे भाई ने कहा था कि मैं हर्ष में उपलब्ध हूं। जहां आप कहेंगे वहां मैं हूं। इसके बाद पुलिस चुप हो गई। कल रात 2:30 बजे गेट तोड़कर कमरों में घुसी। घर का सामान फेंक दिया। एक नन्ही बच्ची थी उसे उठाकर फेंक दिया। गाली गलौज किया। हमसे तेरा लाख रुपए मांगा जा रहा था। पीपरपुर पुलिस की तरफ से कहा गया कि तुमको भी पकड़ेंगे। मेरे भतीजे को फंसाने की धमकी दी जा रही थी।


Conclusion:
बाइट : परिजनों के हिसाब से पुलिस वाले हिंसक हो गए। उठाकर ले गए। सवेरे संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई । परिजनों की तरह की मुकदमा पंजीकृत किया गया है। पंचनामा पोस्टमार्टम की कार्रवाई हो रही है। आगे जहां की घटना है, वहां विवेचना ट्रांसफर कर दी जाएगी। परिजनों ने एसओजी और पीपरपुर थाने की पुलिस के खिलाफ मुकदमा लिखाया है।
मीनाक्षी कात्यायन, एसपी सिटी सुल्तानपुर








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