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सुलतानपुर: प्रशासन के आश्वासन के बाद हुआ अनूप शुक्ल का अंतिम संस्कार - अनूप शुक्ल की हत्या

यूपी के सुलतानपुर जिले में मामूली विवाद में दो सगे भाइयों को चाकू मारकर दबंगों ने घायल कर दिया, जहां इलाज के दौरान एक भाई की मौत हो गई. वहीं परिजनों ने हंगामा करते हुए शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए मना कर दिया था, लेकिन अधिकारियों के आश्वासन के बाद परिजन मृतक के अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए.

परिजनों को आश्वासन देते अधिकारी.
परिजनों को आश्वासन देते अधिकारी.
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Published : Sep 11, 2020, 9:06 PM IST

सुलतानपुर: जनपद के चांदा थाना क्षेत्र के फरमापुर गांव में बुधवार की रात मामूली विवाद में दो सगे भाइयों को दबंगों ने चाकू मार कर घायल कर दिया, जहां इलाज के दौरान एक भाई अनूप शुक्ल की सीएचसी प्रतापपुर कमैचा पहुंचने पर मौत हो गई. वहीं बड़े भाई अमित का लखनऊ ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है.

दरअसल, बुधवार की शाम पोस्टमार्टम के बाद जब अनूप का शव गांव फरमापुर पहुंचा तो लोगों की भारी भीड़ एकत्रित हो गई. इस बीच परिजनों और सहयोगियों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया. इससे जनपद के पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस की लापरवाही की वजह से ही समय रहते इलाज नहीं हो सका.

एडीएम प्रशासन हर्षदेव पाण्डेय, अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज के आने के बाद लिखित रूप से परिजनों की मांगों को स्वीकार करने के बाद परिजन अंतिम संस्कार को तैयार हुए. वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए कादीपुर, करौंदी कला, लम्भुआ, अखण्ड नगर, मोतिगरपुर और अन्य थानों की भारी पुलिस फोर्स तैनात दिखी.

इसे भी पढ़ें- सुलतानपुर: डेटा, नेटवर्क और एंड्रॉयड की चुनौतियों से जूझ रहा भारत का भविष्य

सुलतानपुर: जनपद के चांदा थाना क्षेत्र के फरमापुर गांव में बुधवार की रात मामूली विवाद में दो सगे भाइयों को दबंगों ने चाकू मार कर घायल कर दिया, जहां इलाज के दौरान एक भाई अनूप शुक्ल की सीएचसी प्रतापपुर कमैचा पहुंचने पर मौत हो गई. वहीं बड़े भाई अमित का लखनऊ ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है.

दरअसल, बुधवार की शाम पोस्टमार्टम के बाद जब अनूप का शव गांव फरमापुर पहुंचा तो लोगों की भारी भीड़ एकत्रित हो गई. इस बीच परिजनों और सहयोगियों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया. इससे जनपद के पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस की लापरवाही की वजह से ही समय रहते इलाज नहीं हो सका.

एडीएम प्रशासन हर्षदेव पाण्डेय, अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज के आने के बाद लिखित रूप से परिजनों की मांगों को स्वीकार करने के बाद परिजन अंतिम संस्कार को तैयार हुए. वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए कादीपुर, करौंदी कला, लम्भुआ, अखण्ड नगर, मोतिगरपुर और अन्य थानों की भारी पुलिस फोर्स तैनात दिखी.

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