सुलतानपुर: उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले से सनसनीखेज घटना सामने आई है. जहां बांदा में तैनात अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व का रिश्तेदार बनकर 40 लाख की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है. यह व्यक्ति अपने आपको एडीएम उमाकांत त्रिपाठी का रिश्तेदार बताकर नौकरी दिलाने के नाम पर धन उगाही करता रहा. अफसरशाही दागदार होने पर एडीएम उमाकांत त्रिपाठी ने मुकदमा दर्ज कराया है. जिसके बाद सुलतानपुर पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है.
बांदा जिले में तैनात अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व उमाकांत त्रिपाठी की तरफ से मुकदमा बांदा के स्थानीय थाने में पंजीकृत कराया गया है. गौरतलब है कि पहले एडीएम उमाकांत त्रिपाठी सुलतानपुर में लंबे समय तक तैनात रहे और जालसाज भी सुलतानपुर जिले का रहनेवाला है. जिसकी पहचान रवींद्र नाथ मिश्र पुत्र शत्रुघ्न मिश्रा निवासी पुरे रिसाल मेरे डीह थाना क्षेत्र बल्दीराय है.
नगर कोतवाल राम आशीष उपाध्याय की माने तो मुकदमे में साक्ष्यों के आधार पर विवेचना शुरू कर दी गई है और जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व की तरफ से बांदा के स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था. घटनास्थल के आधार पर यह विवेचना सुलतानपुर ट्रांसफर की गई है.
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