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सोनभद्र: 'प्रेरणा एप' का प्रदेश के अध्यापकों ने किया विरोध

अध्यापकों की निगरानी के लिए सरकार 5  सितंबर को प्रेरणा एप लांच करेगी. जिसमें अध्यापकों को दिन में तीन बार, सुबह, मध्याह्न भोजन के समय और शाम को स्कूल बंद होते समय सेल्फी भेजना होगा. अध्यापक इस प्रेरणा एप का विरोध करते हुए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने का मन बना लिया है.

प्रेरणा एप का अध्यापकों ने किया विरोध
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Published : Aug 18, 2019, 9:05 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र: प्रदेश सरकार ने परिषदीय अध्यापकों की स्कूलों में निगरानी के लिये एक अनोखा तरीका निकाला है. अध्यापकों की निगरानी के लिए सरकार 5 सितंबर को 'प्रेरणा एप' लांच करेगी. जिसमें अध्यापकों को दिन में तीन बार सुबह,मध्याह्न भोजन के समय और शाम को स्कूल बंद होते समय सेल्फी भेजना होगा. तो वहीं अध्यापक इस 'प्रेरणा एप' का विरोध करते हुए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने को मजबूर है.

प्रेरणा एप का अध्यापकों ने किया विरोध

शिक्षकों ने किया 'प्रेरणा एप' का विरोध-

यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन सोनभद्र के जिलाध्यक्ष शिवम अग्रवाल के आह्वान पर रविवार को सभी शिक्षक संगठनों की समेकित बैठक विवेकानंद प्रेक्षागृह में आयोजित की गयी. जिसमें सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों, शिक्षिकाओं, शिक्षामित्रों ने भाग लिया. इस दौरान अध्यापकों का कहना था कि हम लोग इस व्यवस्था के लिए तैयार है, लेकिन यह व्यवस्था सभी शिक्षाधिकारियों व बीएसए के लिए लागू किया जाये. ये सभी लोग भी प्रतिदिन किसी ना किसी विद्यालय में जाकर सेल्फी द्वारा अपनी उपस्थिति दें.


बैठक में शिक्षकों, शिक्षिकाओं, शिक्षामित्रों द्वारा 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर सरकार द्वारा लांच किए जा रहे 'प्रेरणा एप' का जमकर विरोध किया गया. सभी महिला अध्यापिकाओं ने फोटो के मिस यूज होने की बात को भी गम्भीरता से उठाया. दरअसल प्रेरणा एप के माध्यम से सरकार सभी परिषदीय अध्यापकों पर पैनी नजर बनाये रखना चाहती है,जिसके तहत अध्यापकों को प्रत्येक दिन विद्यालय समय के पूर्व,दोपहर में मध्याह्न भोजन के समय व शाम को स्कूल बंद होते समय तीन बार सेल्फी देना है.

सेल्फी द्वारा ली गई फोटो का दुरूपयोग भी हो सकता है, ऐसे में प्रेरणा एप सही नहीं है. वहीं विद्यालयों में नेटवर्क भी नहीं रहता, हमारे विद्यालय में भी नेटवर्क नहीं है, ऐसे में हमें अनुपस्थित कर दिया जाएगा. हम लोगों की मांग है कि स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जायें और उसी से हमलोगों की निगरानी सरकार करे.

-हिलाल मोइनी, अध्यापिका

प्रेरणा एप में सुबह, मध्याह्न भोजन के समय और विद्यालय बन्द होने के समय शिक्षकों की सेल्फी की अनिवार्यता है. ऐसे में विद्यालयों में नेटवर्क की समस्या है तो सेल्फी कहां से देंगे. सरकार हम शिक्षकों को चोर और अकर्मण्य साबित करने की कोशिश कर रही है. यदि विभाग को इस प्रकार की निगरानी करना ही है तो विभाग इसके लिए अपनी स्वयं की व्यवस्था करें. हम अपने एंड्राइड फोन से ये सूचना नही देंगे.अध्यापिकाओं के साथ ली गई सेल्फी का कोई भी मिस यूज कर सकता है,इसके लिए हम तैयार नही हैं. सरकार विद्यालयों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए.

-शिवम अग्रवाल,अध्यक्ष,युनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन संघ,सोनभद्र

सोनभद्र: प्रदेश सरकार ने परिषदीय अध्यापकों की स्कूलों में निगरानी के लिये एक अनोखा तरीका निकाला है. अध्यापकों की निगरानी के लिए सरकार 5 सितंबर को 'प्रेरणा एप' लांच करेगी. जिसमें अध्यापकों को दिन में तीन बार सुबह,मध्याह्न भोजन के समय और शाम को स्कूल बंद होते समय सेल्फी भेजना होगा. तो वहीं अध्यापक इस 'प्रेरणा एप' का विरोध करते हुए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने को मजबूर है.

प्रेरणा एप का अध्यापकों ने किया विरोध

शिक्षकों ने किया 'प्रेरणा एप' का विरोध-

यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन सोनभद्र के जिलाध्यक्ष शिवम अग्रवाल के आह्वान पर रविवार को सभी शिक्षक संगठनों की समेकित बैठक विवेकानंद प्रेक्षागृह में आयोजित की गयी. जिसमें सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों, शिक्षिकाओं, शिक्षामित्रों ने भाग लिया. इस दौरान अध्यापकों का कहना था कि हम लोग इस व्यवस्था के लिए तैयार है, लेकिन यह व्यवस्था सभी शिक्षाधिकारियों व बीएसए के लिए लागू किया जाये. ये सभी लोग भी प्रतिदिन किसी ना किसी विद्यालय में जाकर सेल्फी द्वारा अपनी उपस्थिति दें.


बैठक में शिक्षकों, शिक्षिकाओं, शिक्षामित्रों द्वारा 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर सरकार द्वारा लांच किए जा रहे 'प्रेरणा एप' का जमकर विरोध किया गया. सभी महिला अध्यापिकाओं ने फोटो के मिस यूज होने की बात को भी गम्भीरता से उठाया. दरअसल प्रेरणा एप के माध्यम से सरकार सभी परिषदीय अध्यापकों पर पैनी नजर बनाये रखना चाहती है,जिसके तहत अध्यापकों को प्रत्येक दिन विद्यालय समय के पूर्व,दोपहर में मध्याह्न भोजन के समय व शाम को स्कूल बंद होते समय तीन बार सेल्फी देना है.

सेल्फी द्वारा ली गई फोटो का दुरूपयोग भी हो सकता है, ऐसे में प्रेरणा एप सही नहीं है. वहीं विद्यालयों में नेटवर्क भी नहीं रहता, हमारे विद्यालय में भी नेटवर्क नहीं है, ऐसे में हमें अनुपस्थित कर दिया जाएगा. हम लोगों की मांग है कि स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जायें और उसी से हमलोगों की निगरानी सरकार करे.

-हिलाल मोइनी, अध्यापिका

प्रेरणा एप में सुबह, मध्याह्न भोजन के समय और विद्यालय बन्द होने के समय शिक्षकों की सेल्फी की अनिवार्यता है. ऐसे में विद्यालयों में नेटवर्क की समस्या है तो सेल्फी कहां से देंगे. सरकार हम शिक्षकों को चोर और अकर्मण्य साबित करने की कोशिश कर रही है. यदि विभाग को इस प्रकार की निगरानी करना ही है तो विभाग इसके लिए अपनी स्वयं की व्यवस्था करें. हम अपने एंड्राइड फोन से ये सूचना नही देंगे.अध्यापिकाओं के साथ ली गई सेल्फी का कोई भी मिस यूज कर सकता है,इसके लिए हम तैयार नही हैं. सरकार विद्यालयों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए.

-शिवम अग्रवाल,अध्यक्ष,युनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन संघ,सोनभद्र

Intro:अपडेट Anchor-प्रदेश सरकार द्वारा 5 सितंबर शिक्षक दिवस के अवसर पर परिषदीय अध्यापकों को अनोखे अंदाज में सम्मान देने की तैयारी चल रही है, जिसमे अध्यापकों की निगरानी के लिए सरकार प्रेरणा एप लांच करके अब दिन में तीन बार सुबह,मध्याह्न भोजन के समय और शाम को स्कूल बंद होते समय सेल्फी भेजना होगा।तो वही अध्यापक इसका इस प्रेरणा एप का विरोध करते हुए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने को मजबूर है।यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन सोनभद्र के जिलाध्यक्ष शिवम अग्रवाल के आह्वाहन पर रविवार को सभी शिक्षक संगठनों की समेकित बैठक विवेकानंद प्रेक्षागृह में आयोजित की गयी।जिसमे सैकड़ो की संख्या में शिक्षकों,शिक्षिकाओं,शिक्षामित्रो ने प्रतिभाग किया।इस दौरान अध्यापकों का कहना था कि हम लोग इस व्यवस्था के लिए तैयार है, लेकिन यह व्यवस्था सभी शिक्षाधिकारियों व बीएसए के लिए लागू किया जाय।ये सभी लोग भी प्रतिदिन किसी ना किसी विद्यालय में जाकर सेल्फी द्वारा अपनी उपस्थिति दे।


Body:Vo1-यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन सोनभद्र के जिलाध्यक्ष शिवम अग्रवाल के आह्वाहन पर सभी शिक्षक संगठनों की समेकित बैठक विवेकानंद प्रेक्षागृह राबर्ट्सगंज में आयोजित की गयी।जिसमे सैकड़ो की संख्या में शिक्षकों,शिक्षिकाओं,शिक्षामित्रो ने प्रतिभाग किया।बैठक में सरकार द्वारा 5 सितंबर शिक्षक दिवस से लांच किए जा रहे प्रेरणा एप का जमकर विरोध किया गया। और सभी अध्यापकों ने कहा कि हम अपने एंड्राइड मोबाइल से सेल्फी नही देगे,वही महिला अध्यापिकाओं ने फ़ोटो के मिस यूज होने की बात को भी गम्भीरता से उठाया। दरअसल प्रेरणा एप के माध्यम से सरकार सभी परिषदीय अध्यापकों पर पैनी नजर बनाये रखना चाहती है,जिसके तहत अध्यापकों को प्रत्येक दिन विद्यालय समय के पूर्व,दोपहर में मध्याह्न भोजन के समय व शाम को स्कूल बंद होते समय तीन बार सेल्फी देना है।वही अध्यापिकाओं ने कहा कि सेल्फी द्वारा ली गई फ़ोटो का दुरूपयो भी हो सकता है,ऐसे में प्रेरणा एप सही नही है।वही विद्यालयों में नेटवर्क भी नही रहता,हमारे विद्यालय में भी नेटवर्क नही है,ऐसे में हमे अनुपस्थित कर दिया जाएगा।हम लोगो की मांग है कि स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाय जिससे हमलोगो की निगरानी सरकार करे। Byte-हिलाल मोइनी(अध्यापिका)


Conclusion:Vo2-इस दौरान यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष शिवम अग्रवाल ने कहा कि प्रेरणा एप में सुबह,मध्याह्न भोजन के समय और विद्यालय बन्द होने के समय शिक्षकों की सेल्फी की अनिवार्यता है। ऐसे में विद्यालयो में नेटवर्क की समस्या है तो सेल्फी कहा से देगे,सरकार हम शिक्षकों को चोर और अकर्मण्य साबित करने की कोशिश की जा रही है।यदि विभाग को इस प्रकार की निगरानी करना ही है तो विभाग इसके लिए अपनी स्वयं की व्यवस्था करें।हम अपने एंड्राइड फ़ोन से ये सूचना नही देगे।वही आगे बताया कि अध्यापिकाओं के साथ ली गई सेल्फी का कोई भी मिस यूज कर सकता है,इसके लिए हम तैयार नही है।सरकार विद्यालयो में सीसीटीवी कैमरे लगवाए। Byte-शिवम अग्रवाल(अध्यक्ष,यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन संघ,सोनभद्र) चन्द्रकान्त मिश्रा सोनभद्र मो0 9450323031
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
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