सोनभद्र : "जो जमीन सरकारी है, वह जमीन हमारी है" यह नारा मंगलवार को जिले के सदर तहसील में भाकपा माले के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे आदिवासियों ने लगाया. अखिल भारतीय खेत मजदूर एवं ग्रामीण मजदूर सभा ने मांग कि है जो जमीन सरकारी है वह जमीन हमारी है. उस पर हमें अधिकार दिया जाए. इन आदिवासियों की मांग है कि गांव के सरकारी भूमि पर लोग बसे हुए हैं और जिला प्रशासन नोटिस जारी करके उन्हें जमीन से बेदखल कर रहा है. लिहाजा उन्हें ऐसा करने से रोका जाए.
आदिवासियों को नहीं मिलीं मूलभूत सुविधाएं
भाकपा माले के राज्य स्थाई समिति के सदस्य शशिकांत ने कहा कि गांव-गांव जाकर सर्वे किया जा रहा है, तो सच्चाई यह है कि जिस जमीन पर गरीब आबादी बसी है, उसे नोटिस देकर खाली करने को कहा जा रहा है. वहीं गांव के लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिली हैं. इन्हीं सब मुद्दों को लेकर आज धरना प्रदर्शन किया जा रहा है.
गांव -गांव गरीबों के बीच बेरोजगारी की फौज खड़ी
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि भाजपा सरकार ने मनरेगा योजना को ठंडे बस्ते में डालकर गांव-गांव गरीबों के बीच बेरोजगारी की फौज खड़ी कर दी है. वहीं गांव के लोग बड़े पैमाने पर आवास, शौचालय, शुद्ध पेयजल से वंचित हैं.