सोनभद्र: दस्तावेजों की जांच कराने के लिए मूल प्रतियों के साथ बड़ी संख्या में शिक्षक कलेक्ट्रेट पहुंचे. बता दें कि यूपी में अनामिका शुक्ला फर्जीवाडे के बाद प्रदेश सरकार ने प्रशासन को शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच के आदेश दिए हैं. मंगलवार को तीन सदस्यीय पैनल के सामने आश्रम पद्धति स्कूल समेत अन्य विद्यालयों के शिक्षक अपने दस्तावेजों की जांच कराने पहुंचे.
तीन सदस्यीय पैनल कर रहा जांच
शिक्षकों के अभिलेखों की जांच के आदेश के क्रम में आश्रम पद्धति और जिले में स्थित तमाम इंटर कॉलेजों के सौ से अधिक शिक्षक प्रवक्ता अपने दस्तावेजों की जांच कराने कलेक्ट्रेट पहुंचे. कलेक्ट्रेट में सभी अध्यापकों ने अपने दस्तावेज तीन सदस्यीय पैनल को दिखाए. इस तीन सदस्यीय पैनल में अपर जिला अधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह, एसडीएम प्रकाश सिंह और समाज कल्याण अधिकारी कृष्णानन्द तिवारी शामिल थे.
अपर जिलाधिकारी ने दी जानकारी
अपर जिला अधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने बताया की बेसिक शिक्षकों की जांच पहले से ही बेसिक शिक्षा अधिकारी के स्तर से की जा रही है. वहीं इसके अलावा आश्रम पद्धति और जिले में स्थित अन्य इंटर कॉलेजों के प्रवक्ताओं के दस्तावेजों की जांच भी होनी है. अभी तक कोई भी फर्जी दस्तावेज नहीं मिला है. कुछ दस्तावेज संदिग्ध हैं, जिनकी जांच संबंधित बोर्ड अथवा विश्वविद्यालय से कराई जा रही है.
यूपी बेसिक शिक्षा विभाग में अनामिका शुक्ला नाम की एक शिक्षिका के एक साथ 25 स्कूलों में तैनाती की बात सामने आई थी. यही नहीं शिक्षिका को करीब 13 महीने के मानदेय करीब एक करोड़ का भुगतान भी कर दिया गया था. इस मामले के सामने आते ही बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया. इसके बाद प्रदेश सरकार ने शिक्षकों के अभिलेखों के जांच कराने के निर्देश दिए हैं.