सोनभद्र: जिले के सर्वांगीण विकास को लेकर एक तरफ जहां सरकार शिक्षा, बिजली, पानी, सड़क के क्षेत्र में सुविधाएं देकर पिछड़ेपन से बाहर निकालना चाहती है तो वहीं हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में परीक्षा फीस वृद्धि कर छात्रों के लिए परेशानी बढ़ा रही है. सोनभद्र जिला देश के 115 और प्रदेश के आठ अति पिछड़े जिलों में शामिल है. ऐसे में मंगलवार को फीस बढ़ने के विरोध में सपा कार्यकर्ताओं के साथ छात्र सड़क पर उतर आए.
सोनभद्र में क्यों हुआ प्रदर्शन
- हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा की फीस बढ़ने के विरोध में छात्रों ने प्रदर्शन किया.
- हाईस्कूल की फीस 200 से 400 और इंटरमीडिएट की 300 से 600 रुपये बढ़ाई गई.
- ऐसे में सरकार ने अति पिछड़े गरीब छात्र-छात्राओं के सामने फीस वृद्धि कर संकट की स्थिति उत्पन्न कर दी है.
- शिक्षामंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाए और फीस कम करने की मांग की.
- छात्रों ने शिक्षामंत्री के इस्तीफे की भी मांग की.
- सरकार अपना फैसला वापस नहीं लेती है तो, छात्र बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे.
सोनभद्र पिछड़े जिलों में शामिल है, जहां हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में पढ़ने वाले गरीब छात्र-छात्राओं की परीक्षा फीस सरकार ने बढ़ा दी है. इसको लेकर आज शिक्षामंत्री का पुतला दहन किया गया है. सोनभद्र जिला अति पिछड़ा जिला है, सरकार बढ़ी फीस तत्काल वापस ले, अन्यथा सभी विद्यालयों के छात्र सड़क पर उतर कर बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे. इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और सरकार की होगी.
-प्रमोद यादव, सपा जिला सचिव, सोनभद्र