अमेठी : शिवरतन गंज इलाके में गोली मारकर प्रेमिका, उसके शिक्षक पति और 2 बच्चों की हत्या के आरोपी को पुलिस ने पैर में गोली मार दी. पुलिस आरोपी की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल अवैध पिस्तौल बरामद करने पहुंची थी. इस दौरान आरोपी ने दरोगा की पिस्टल छीनकर पुलिस पर फायरिंग कर दी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लग गई. पुलिस ने आरोपी को स्थानीय सीएचसी में इलाज के लिए भर्ती कराया. वहीं दूसरी ओर रायबरेली में टीचर दंपत्ति समेत उनके बच्चों के शवों के एक साथ अंतिम संस्कार किए गए.
शिवरतन गंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी के पास गुरुवार की शाम को शिक्षक सुनील कुमार उनकी पत्नी पूनम और 2 बेटियों दृष्टि (5) और लाडो (1.5) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. शिक्षक रायबरेली जिले के गदागंज इलाके के सुदामापुर गांव का रहने वाला था. सुनील बेसिक शिक्षा में नौकरी करता था. वारदात के खुलासे के लिए एसटीएफ की 5 टीमें गठित की गईं थी. पुलिस ने वारदात के अगले दिन आरोपी चंदन वर्मा को जेवर एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया था. इस सामूहिक हत्याकांड के पीछे का कारण प्रेम प्रसंग था. चंदन वर्मा की टीचर की पत्नी पूनम से बातचीत होती थी.
यह भी पढ़ें : अमेठी सामूहिक हत्याकांड, 7 राउंड चली गोली, गांव पहुंचे शव
एडीशनल एसपी हरेंद्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार की देर रात पुलिस आरोपी चंदन वर्मा को लेकर हत्या में इस्तेमाल पिस्तौल बरामद कराने ले जा रही थी. इस दौरान मोहनगंज थाना क्षेत्र के पीयूरे विंध्या दीवान नहर पटरी के जंगल में दरोगा मदन वर्मा की रिवाल्वर छीन ली. इसके बाद पुलिस पर फायर झोंक दिया. आरोपी भागने की कोशिश कर रहा था. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसके दाएं पैर में गोली लग गई. आरोपी जमीन पर गिरकर तड़पने लगा. पुलिस ने उसे सीएचसी सिंहपुर में भर्ती कराया. इसके बाद उसे रेफर कर दिया गया.
निजी अस्पताल में मेरा इलाज कराओ : पुलिस की गोली लगने से घायल चंदन वर्मा का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है. आरोपी पुलिस वालों से प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराने की भीख मांग रहा है. उसका कहना है कि उसका बेहतर इलाज कराया जाए. इलाज में जो खर्च आएगा, उसका भुगतान वह खुद करेगा. सिंहपुर सीएचसी में प्राथमिक इलाज के बाद आरोपी को संयुक्त जिला चिकित्सालय गौरीगंज लाया गया है. वार्ड संख्या एक में वह भर्ती है.
डॉक्टर शुभम पांडेय ने बताया कि प्राथमिक उपचार कर दिया गया है. शेष इलाज के लिए सर्जन को रेफर किया गया है. एक्सरे कराने के लिए कहा गया है. रिपोर्ट के आधार पर उसका इलाज किया जाएगा.
रायबरेली में गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार : रायबरेली में सुनील समेत उसके परिवार का शव कल गांव पहुंच गया था. सुनील का भाई नहीं पहुंच पाया था. आज पुष्पक एक्सप्रेस से पहुंचने के बाद सभी शवों कते अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू की गई. कड़ी सुरक्षा के बीच चारों शवों को स्थानीय गोला घाट ले जाया गया. यहां एक साथ सभी शवों का अंतिम संस्कार किया गया. एक साथ 4 अर्थियां जलती देख सभी की आंखें नम हो गईं. इस दौरान काफी रिश्तेदार भी मौजूद थे. सभी रो रहे थे.
पैर में नहीं उसके पेट में गोली मारनी चाहिए : थाना भदोखर के उत्तर पारा बेला भेला की रहने वाली कृष्णावती ने कहा कि पूनम उनकी बेटी थी. चंदन वर्मा को जिंदा नहीं रखना चाहिए. वह मेरे छोटे बेटे भानू को ढूंढ रहा है. वह उसे जान से मारना चाहता है. वह धमकी दे रहा है. हमारी सरकार से मांग है कि उसे जिंदा न रखा जाए. वहीं सुनील की मां ने कहा कि चंदन को पैर में नहीं उसके पेट में गोली मारनी चाहिए. जिस तरह हम लोग तड़प रहे हैं, उसी तरह उसके मां-बाप भी तड़पे. पूनम की बड़ी बहन ने कहा कि हम चंदन की लाश देखना चाहते हैं. मौत से कम सजा हमें मंजूर नहीं है. परिजनों ने पुलिस पर भी सवाल खड़ा किया. कहा कि समय रहते पुलिस ने चंदन पर कार्रवाई की होती तो पूरा परिवार जिंदा होता.
यह भी पढ़ें : अमेठी टीचर हत्याकांड, UP STF की 5 टीमें लगीं
चार लोगों की हत्या के बाद की थी सुसाइड की कोशिश : अमेठी पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने शुक्रवार की देर रात आरोपी चंदन वर्मा को मीडिया के सामने पेश किया. एसपी ने बताया कि चंदन वर्मा का टीचर की पत्नी पूनम से डेढ़ साल से संबंध था. मौजूदा समय में दोनों के रिश्ते में तनाव आ गया था. इसी को लेकर गुरुवार की शाम को चंदन बुलेट से टीचर के घर पहुंचा था. उसने टीचर सुनील, पत्नी और दो बेटियों को हत्या कर दी थी. वारदात के बाद चंदन ने सुसाइड करने की कोशिश की, लेकिन वह बच गया था. डर के कारण वह दोबारा सुसाइड की कोशिश नहीं कर पाया.
आरोपी पहली बार पहुंचा था टीचर के घर : एसपी ने बताया कि मौके पर जो खोखे मिले थे, वे एक ही पिस्तौल से चलाए गए थे. पिस्तौल से कुल 10 गोलियां चलाई गईं थीं. घटना के दौरान आरोपी के सामने जो भी आता गया वह उसे गोली मारता गया. आरोपी चंदन टीचर के घर पहली बार ही आया था. मकान में आरोपी आगे के रास्ते से घुसा था. घटना के बाद वह पीछे के रास्ते से निकल गया गया था. आरोपी प्रयागराज होते हुए अलग-अलग संसाधनों से जेवर टोल प्लाजा तक गया था. वह दिल्ली भागने की फिराक में था, इससे पहले ही एसटीएफ ने उसे दबोच लिया था.
यह भी पढ़ें : अमेठी टीचर परिवार हत्याकांड, प्रेमी ही निकला कातिल
चंदन ने 10 राउंड चलाईं थीं गोलियां : सामूहिक हत्याकांड में सभी शवों को पोस्टमार्टम में 7 राउंड गोलियां चलने की बात सामने आई थी. 3 गोली मारकर सुनील की हत्या की गई थी. पूनम को दो गोली मारी गई थी. जबकि हत्यारे ने दोनों बच्चों को एक-एक गोली मारी थी. आरोपी ने इसके अलावा तीन गोलियां और चलाईं थीं. शुक्रवार की सुबह पोस्टमार्टम के बाद सभी शवों को रायबरेली में पैतृक गांव ले जाया गया था.
पूनम ने चंदन के खिलाफ दर्ज कराई थी शिकायत : चंदन और पूनम के अफेयर का पति सुनील को पहले ही लग गया था. वह इसका विरोध करने लगा था. रिश्ते को बचाने के लिए पूनम अपने पति की बात मानकर प्रेमी के खिलाफ खड़ी हो गई थी. समझाने के बावजूद चंदन उसके संपर्क में रहना चाहता था. इसे लेकर पूनम ने रायबरेली के नगर कोतवाली में चंदन के खिलाफ मुकदमा लिखवाया था. उसने चंदन से परिवार को खतरा बताया था. यह भी कहा था. परिवार को कुछ हुआ तो इसका जिम्मेदार चंदन ही होगा. इस मुकदमे के बाद चंदन ने उसे और परेशान करना शुरू कर दिया था.
यह भी पढ़ें : गोली मारकर शिक्षक दंपति और दो बच्चों की हत्या