सोनभद्र: जनपद में भी पर्यटन को अब पंख लगने वाले हैं. सी प्लेन ऑपरेशन से जनपद को जोड़ने की तैयारी हो रही है. इसके लिए वॉटर एयरोड्रम बनाए जाने की कवायद शुरू हो गयी है. इसके लिए रिहंद डैम या ओबरा डैम पर वॉटर एयरोड्रम बनाने का प्रस्ताव मांगा गया है, जहां सीप्लेन योजना के तहत पानी मे हवाई जहाज को उतारा जा सकेगा. इसके लिए जिला प्रशासन ने तहसील कर्मियों और सिंचाई विभाग की मदद से कवायद भी शुरू कर दी है.
गंगा और रिहंद बांध को सीप्लेन ऑपरेशन से जोड़ने की योजना
वाराणसी से गंगा को सोनभद्र के डैम से जोड़ने की योजना पर काम शुरू हो चुका है. इस संबंध में अपर जिलाअधिकारी का कहना है कि 1.8 एकड़ के प्लॉट की चयन प्रक्रिया अभी की जानी है, जिससे किनारे से मार्ग बनाकर जल सागर से विमान को उड़ाने के लिए पानी में तैरता हुआ एयरोड्रम बनाया जाना है. इस एयरोड्रम को एक किलोमीटर से ज्यादा लंबा और 100 मीटर से ज्यादा चौड़ा होना चाहिए. पर्यटन से जुड़ने के लिए हो रही इस कवायद का सबसे ज्यादा लाभ पर्यटकों को मिलेगा, यानी कोई पर्यटक अगर वाराणसी से सोनभद्र आना चाहेगा तो उसे कहीं भी भटकने की जरूरत नहीं होगी. वह वाराणसी से हवाई जहाज से सोनभद्र आ सकेगा और यहां की वादियों को देखकर वापस जा सकेगा. इस योजना का उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना है.
तहसील और सिंचाई विभाग के कर्मचारियों की मदद से प्रशासन करवा रहा है सर्वेक्षण
अपर जिलाधिकारी ने बताया कि भारत सरकार की साबरमती में सी प्लेन योजना की शुरूआत की गई. देश के विभिन्न क्षेत्रों से 28 रूटों का चयन कर 12 से 13 जगह पर एयरोड्रम बनाकर पानी में जहाज उतारने की तैयारी की जा रही है. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उद्देश्य से इस योजना की शुरुआत की गई है. सी प्लेन उतारने के लिए विभिन्न बिंदुओं पर सूचना संकलित की जा रही है. इस कार्य की जिम्मेदारी तहसील और सिंचाई विभाग के लोगों को दी गई जो सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर रिपोर्ट देंगे.