सोनभद्र : बिजली के निजीकरण के विरोध में पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन चल रहा है. इसी क्रम में सोमवार को जिले के कर्मचारियों ने भी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पूर्वांचल विद्युत् वितरण निगम के निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में बिजली कर्मचारियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और मशाल जुलूस निकाला. वहीं देर शाम लखनऊ में कर्मचारियों की गिरफ्तारी के बाद बिजली कर्मी आक्रोशित हो गए. कर्मचारियों ने प्रदेशव्यापी आंदोलन चलाने की बात करते हुए सरकार को चेतावनी दी कि अगर सरकार अपना हठ नहीं छोड़ती है तो पूरे प्रदेश में काम रोको आंदोलन करेंगे.
संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक अदालत वर्मा ने कहा कि लगातार वो लोग सरकार से मांग कर रहे हैं कि सरकार निजीकरण का हठ छोड़ दे. लेकिन सरकार उनकी बातों पर ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी बिजली कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर और अभियंता निजीकरण के विरोध में 5 अक्टूबर को पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों के साथ देश के सभी प्रांतों के 15 लाख बिजली कर्मी पूरी एकजुटता से उनके साथ हैं.
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विद्युत मजदूर संघ के प्रदेश मंत्री शशिकांत श्रीवास्तव ने कहा कि विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश के आह्वान पर सोमवार को उत्तर प्रदेश के सभी ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर व अभियंताओं ने राजधानी लखनऊ सहित सभी 75 जनपदों और परियोजनाओं पर मशाल जुलूस निकालकर सार्वजानिक क्षेत्र को बचाने का संकल्प लिया. ओबरा में राम दास होटल से मशाल जुलूस प्रारम्भ होकर क्लब एक, वीआईपी अतिथिगृह, वीआईपी रोड होते हुए सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा तक गया. वहीं रॉबर्ट्सगंज और पिपरी क्षेत्र में भी मशाल जुलूस पूरे नगर में निकाला गया.