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सोनभद्र जिला अस्पताल की ओपीडी आठ माह से बंद, मरीज बेहाल

यूपी के सोनभद्र जिले में पिछले आठ महीनों से ओपीडी की सेवा नहीं चल रही है. वहीं जिला अस्पताल के सीएमएस का कहना है कि कोरोना वायरस के खतरे के चलते भीड़ से बचने के लिए ओपीडी  शासन के निर्देश से बंद कर दी गई है, लेकिन सर्जिकल ओपीडी चल रही है, जहां मरीजों को सर्जरी की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं.

जिला अस्पताल की ओपीडी आठ माह से बंद
जिला अस्पताल की ओपीडी आठ माह से बंद
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Published : Aug 6, 2020, 10:39 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:14 PM IST

सोनभद्र: इन दिनों जिला अस्पताल की हालत बेहद ही खराब है. दरअसल पिछले आठ माह से जिला अस्पताल की ओपीडी सेवाएं बंद चल रही हैं, जिसके चलते यहां आने वाले मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मरीजों का कहना है कि यहां मात्र इमरजेंसी सेवाएं ही चल रही हैं. अगर किसी को परेशानी होती है तो इमरजेंसी के डॉक्टर ही उसे देखते हैं और दवाएं लिख देते हैं. इतना ही नहीं जिला अस्पताल में दवाएं भी नहीं मिल पा रही हैं, जिसके चलते दवाएं बाहर से ही खरीदनी पड़ रही हैं.

आठ माह से बंद है ओपीडी.
सोनभद्र जिला अस्पताल में ओपीडी सेवाएं पिछले फरवरी माह से ही बंद चल रही हैं. मरीजों का आरोप है कि ओपीडी बंद होने के बाद सभी को इमरजेंसी में ही देखा जा रहा है, जहां मौजूद डॉक्टर उनका चेकअप तो कर लेते हैं, लेकिन दवाएं वहां उपलब्ध नहीं होती है. डॉक्टर जो दवाई लिखते हैं, उन्हें बाहर मेडिकल स्टोर से खरीदना पड़ता है. इससे गरीब मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. मरीजो का यह भी आरोप है कि इसके साथ-साथ उन्हें पैथोलॉजी लैब, एक्सरे,अल्ट्रासाउंड का भी लाभ नहीं मिल पा रहा है.


वहीं जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रेम बहादुर गौतम का दावा है कि ओपीडी सेवाएं भले ही महीनों से बन चल रही हैं, लेकिन जिला अस्पताल के इमरजेंसी में ही मरीजों को सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. जिला अस्पताल के सीएमएस का कहना है कि कोरोना वायरस के खतरे के चलते भीड़ से बचने के लिए ओपीडी शासन के निर्देश से बंद कर दी गई है, लेकिन सर्जिकल ओपीडी चल रही है.

सोनभद्र: इन दिनों जिला अस्पताल की हालत बेहद ही खराब है. दरअसल पिछले आठ माह से जिला अस्पताल की ओपीडी सेवाएं बंद चल रही हैं, जिसके चलते यहां आने वाले मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मरीजों का कहना है कि यहां मात्र इमरजेंसी सेवाएं ही चल रही हैं. अगर किसी को परेशानी होती है तो इमरजेंसी के डॉक्टर ही उसे देखते हैं और दवाएं लिख देते हैं. इतना ही नहीं जिला अस्पताल में दवाएं भी नहीं मिल पा रही हैं, जिसके चलते दवाएं बाहर से ही खरीदनी पड़ रही हैं.

आठ माह से बंद है ओपीडी.
सोनभद्र जिला अस्पताल में ओपीडी सेवाएं पिछले फरवरी माह से ही बंद चल रही हैं. मरीजों का आरोप है कि ओपीडी बंद होने के बाद सभी को इमरजेंसी में ही देखा जा रहा है, जहां मौजूद डॉक्टर उनका चेकअप तो कर लेते हैं, लेकिन दवाएं वहां उपलब्ध नहीं होती है. डॉक्टर जो दवाई लिखते हैं, उन्हें बाहर मेडिकल स्टोर से खरीदना पड़ता है. इससे गरीब मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. मरीजो का यह भी आरोप है कि इसके साथ-साथ उन्हें पैथोलॉजी लैब, एक्सरे,अल्ट्रासाउंड का भी लाभ नहीं मिल पा रहा है.


वहीं जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रेम बहादुर गौतम का दावा है कि ओपीडी सेवाएं भले ही महीनों से बन चल रही हैं, लेकिन जिला अस्पताल के इमरजेंसी में ही मरीजों को सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. जिला अस्पताल के सीएमएस का कहना है कि कोरोना वायरस के खतरे के चलते भीड़ से बचने के लिए ओपीडी शासन के निर्देश से बंद कर दी गई है, लेकिन सर्जिकल ओपीडी चल रही है.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:14 PM IST
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