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बेसिक शिक्षा मंत्री की सफाई, कहा- किसी की आय करोड़ों में हो तो क्या उसका भाई भी करोड़पति होगा

बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी के भाई अरुण द्विवेदी कि सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति सोशल मीडिया और अखबारों में चर्चा में है. उनका चयन ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग) के कोटे में मनोविज्ञान विभाग में हुआ है. इसे लेकर रविवार को मंत्री सोनभद्र में मीडिया के तीखे सवालों का जवाब दे रहे थे.

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Published : May 23, 2021, 5:30 PM IST

बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी
बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी

सोनभद्र : जनपद के दौरे पर आए जिले के प्रभारी मंत्री व बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने जिले में कोविड महामारी के दौरान प्रशासन के इंतजामों की समीक्षा की. कहा कि प्रशासन लोगों की महामारी के दौरान हर संभव मदद कर रहा है. पत्रकारों ने जब उनसे उनके भाई के ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी प्राप्त करने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि एक विश्वविद्यालय में एक व्यक्ति ने आवेदन किया. वैधानिक प्रक्रिया के तहत उनका चयन किया गया. पूछा कि अगर किसी की आय करोड़ों में है तो क्या उसका भाई भी करोड़पति होगा. ऐसा नहीं होता. कहा कि इस मामले में उनका कोई हस्तक्षेप नहीं है. जिसे आपत्ति हो वह मामले की जांच करा ले. सच्चायी खुद सामने आ जाएगी.

किसी की आय करोड़ों में हो तो क्या उसका भाई भी करोड़पति होगा : बेसिक शिक्षा मंत्री

यह भी पढ़ें : चुनावी ड्यूटी में हुई मौतों में मुआवजे को लेकर शासनादेश में किया जाएगा परिवर्तन

यह है पूरा मामला

बता दें कि बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी के भाई अरुण द्विवेदी कि सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति सोशल मीडिया और अखबारों में चर्चा में है. उनका चयन ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग) के कोटे में मनोविज्ञान विभाग में हुआ है. बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी इसी जिले के ही इटवा विधानसभा सीट से विधायक हैं. मंत्री के भाई ने शुक्रवार को ही विश्वविद्यालय में ज्वाइन किया है. इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर लगातार पोस्ट वायरल हो रहे हैं.

प्रभारी मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा नियुक्ति में उनका नही कोई हस्तक्षेप

प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदो ने कहा कि एक अभ्यर्थी ने आवेदन किया और एक विश्वविद्यालय ने उसे प्रक्रिया का पालन करते हुए नियुक्ति दी है. इस मामले में उनका कोई हस्तक्षेप नहीं है. इस मामले की कोई भी व्यक्ति आपत्ति जताते हुए जांच करवा सकता है.

अगर आपको लगता है कि मंत्री का भाई ईडब्ल्यूएस वर्ग में कैसे हो गया तो आप बताइए कि अगर किसी का भाई किसी न्यूज़ चैनल में स्टेट हेड हो या नेशनल हेड हो जिसका करोड़ों का पैकेज हो तो क्या उस आय का अधिकारी उसका भाई माना जाता है. कहा, 'मेरे भाई ने अपनी अथॉरिटी और आईडेंटिटी में आवेदन किया है और निर्धारित प्रक्रिया को पूरा किया है. जिसको आपत्ति हो, वह जांच करा सकता है. मेरा इस पूरी प्रक्रिया में कोई हस्तक्षेप नहीं है.

सोनभद्र : जनपद के दौरे पर आए जिले के प्रभारी मंत्री व बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने जिले में कोविड महामारी के दौरान प्रशासन के इंतजामों की समीक्षा की. कहा कि प्रशासन लोगों की महामारी के दौरान हर संभव मदद कर रहा है. पत्रकारों ने जब उनसे उनके भाई के ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी प्राप्त करने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि एक विश्वविद्यालय में एक व्यक्ति ने आवेदन किया. वैधानिक प्रक्रिया के तहत उनका चयन किया गया. पूछा कि अगर किसी की आय करोड़ों में है तो क्या उसका भाई भी करोड़पति होगा. ऐसा नहीं होता. कहा कि इस मामले में उनका कोई हस्तक्षेप नहीं है. जिसे आपत्ति हो वह मामले की जांच करा ले. सच्चायी खुद सामने आ जाएगी.

किसी की आय करोड़ों में हो तो क्या उसका भाई भी करोड़पति होगा : बेसिक शिक्षा मंत्री

यह भी पढ़ें : चुनावी ड्यूटी में हुई मौतों में मुआवजे को लेकर शासनादेश में किया जाएगा परिवर्तन

यह है पूरा मामला

बता दें कि बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी के भाई अरुण द्विवेदी कि सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति सोशल मीडिया और अखबारों में चर्चा में है. उनका चयन ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग) के कोटे में मनोविज्ञान विभाग में हुआ है. बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी इसी जिले के ही इटवा विधानसभा सीट से विधायक हैं. मंत्री के भाई ने शुक्रवार को ही विश्वविद्यालय में ज्वाइन किया है. इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर लगातार पोस्ट वायरल हो रहे हैं.

प्रभारी मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा नियुक्ति में उनका नही कोई हस्तक्षेप

प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदो ने कहा कि एक अभ्यर्थी ने आवेदन किया और एक विश्वविद्यालय ने उसे प्रक्रिया का पालन करते हुए नियुक्ति दी है. इस मामले में उनका कोई हस्तक्षेप नहीं है. इस मामले की कोई भी व्यक्ति आपत्ति जताते हुए जांच करवा सकता है.

अगर आपको लगता है कि मंत्री का भाई ईडब्ल्यूएस वर्ग में कैसे हो गया तो आप बताइए कि अगर किसी का भाई किसी न्यूज़ चैनल में स्टेट हेड हो या नेशनल हेड हो जिसका करोड़ों का पैकेज हो तो क्या उस आय का अधिकारी उसका भाई माना जाता है. कहा, 'मेरे भाई ने अपनी अथॉरिटी और आईडेंटिटी में आवेदन किया है और निर्धारित प्रक्रिया को पूरा किया है. जिसको आपत्ति हो, वह जांच करा सकता है. मेरा इस पूरी प्रक्रिया में कोई हस्तक्षेप नहीं है.

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