सोनभद्र: सावन के अंतिम सोमवार को जलाभिषेक के लिए बाल कांवड़ियों के साथ-साथ बूढ़े, नौजवान और महिलाओं का जत्था रवाना हो गया है. जत्था ऐतिहासिक विजयगढ़ दुर्ग के राम सरोवर तालाब से जल लेकर गुप्त काशी शिवद्वार के लिए जा रहे हैं. जिले के इस आध्यात्मिक शिवालय पर अंतिम सोमवार को लाखों शिव भक्त जलाभिषेक करते हैं.
विजयगढ़ दुर्ग से लेकर शिवद्वार तक सड़कें बोल बम के नारे से गूंज रही है. कांवड़ लेकर जा रहे बाल कांवड़ियों ने बताया कि विजयगढ़ किला पर स्थित राम सरोवर से जल लेकर शिवद्वार धाम में जलाभिषेक के लिए जा रहे हैं.
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सोनभद्र को गुप्त काशी के नाम से जाना जाता है. यहां पर ऐतिहासिक और आध्यात्मिक मंदिर स्थित है. जहां पूरे श्रावण मास में शिवभक्तों की भीड़ लगी रहती है. जिले की सबसे महत्वपूर्ण आध्यात्मिक मंदिर शिवद्वार में कई वर्षों से कांवड़ियां मिर्जापुर और विजयगढ़ दुर्ग से जल लेकर यहां लगभग 75 किलोमीटर की दूरी तय करके पहुचते हैं.
यहां कांवड़ लेकर जाने वाले अधिकतर मनोकामना पूर्ण होने पर उमामहेश्वर का जलाभिषेक करते हैं. विजयगढ़ दुर्ग से जल लेकर जाने वाले कांवड़यों का कहना है कि वह कई वर्षों से यहां आ रहे हैं.